Trending Now




बीकानेर,श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामी मंदिर ट्रस्ट की ओर से सकल जैन श्रीसंघ के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय जैन श्वेताम्बर धर्मोंत्सव, भगवान महावीर की सवारी के बैदों के महावीरजी के मंदिर में पहुंचने के बाद परमात्मा की वंदना व आरती के साथ संपन्न हुआ।
गंगाशहर रोड पर स्थित पार्श्वचन्द्र सूरि दादाबाड़ी से भगवान की सवारी को श्री जैन श्वेताम्बर बैदों का महावीर स्वामी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व पूर्व बैंक अधिकारी राजेन्द्र बैद, मंत्री भूपेन्द्र बैद व कोषाध्यक्ष विजय बैद व अन्य पदाधिकारियों, जैन समाज के विभिन्न संगठनों से जुड़े गणमान्य श्रावकों-श्राविकाओं ने देव, गुरु व धर्म की वंदना व जयकारा लगाकर रवाना किया।
सवारी में छह भजन मंडलियों वीर मंडल, जैन गौतम मंडल, महावीर मंडल, जैन मंडल, आदिश्वर मंडल व कोचर मंडल ने फिल्मी व राजस्थानी गीतों की तर्ज पर आधारित भक्ति गीतों की प्रस्तुतियां दी। कोचरों का चौक, डागा सेठिया पारख मोहल्ला, ढढ्ढा चौक, सुराणा मोहल्ला सहित विभिन्न स्थानों पर भजनों को सुनने के लिए हजूम जमा था। रोमानिया की एडवोकेट पर्यटक सिमोना ने भगवान की सवारी को अनुकरणीय व धार्मिक तथा जैन धर्म को विश्व का शुद्ध शाकाहारी, जीव दया व अहिंसा परमोधर्म का श्रेष्ठ धर्म बताया।
भजनों की प्रस्तुतियों को तपागच्छ की साध्वीश्री सौम्यप्रभा, सौम्य दर्शना, अक्षय व परमदर्शना, खरतरगच्छ संघ की साध्वीश्री मृगावती, बीकानेर मूल की साध्वीश्री सुरप्रिया व नित्योदया के साथ बाहर की कॉलोनियों व उदयरामसर, नाल, उदासर व देश के विभिन्न स्थानों पर रह रहे वर्तमान मेंं बीकानेर आए प्रवासियों ने भी भागीदारी निभाई। साध्वीवृंद सवारी में शामिल भी हुई। श्रावक-श्राविकाओं ने दूर बैठे अपने परिजनों को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से भगवान की सवारी के दर्शन करवाएं तथा भजन मंडलियों की प्रस्तुतियों को दिखाया। कोचरों के चौक में पौने चार क्विंटल दाल के हलुएं व पकौड़ी से, महावीर भवन में पौहा से तथा सुराणों के चौक में हलुवा व पकौड़ी, अनेक स्थानों पर चाय, नाश्ता से श्रावक-श्राविकाओं का सत्कार किया गया।
श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेन्द्र बैद व मंत्री भूपेन्द्र बैद ने सवारी में परोक्ष-अपरोक्ष रूप् से सेवाएं देने वाले विभिन्न जैन संगठनों, मीडिया, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन तथा अनेक मोहल्लों में श्रावक-श्राविकाओं का सत्कार करने वालों का आभार जताया।

Author