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बीकानेर,राजस्थान के सरकारी स्कूलों के 70 लाख बच्चों को यूनिफार्म का इंतजार है। आधा सत्र बीत जाने के बावजूद उनको यूनिफार्म नहीं मिलीं, जबकि मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में सरकारी स्कूल के बच्चों को हर साल दो यूनिफार्म मुफ्त में दिए जाने की घोषणा की थी।उनकी इस घोषणा को लेकर भाजपा नेता मजाक उड़ा रहे हैं।

बजट भाषण में नि:शुल्क ड्रेस उपलब्ध कराने की घोषणा

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2021 में बजट भाषण में सरकारी स्कूल में आठवीं तक पढ़ने वाले बच्चों को नि:शुल्क ड्रेस उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। जिसके तहत एक छात्र को हर साल दो यूनिफार्म मुफ्त में दी जानी थी। तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने भी सरकारी स्कूल के बच्चों को मुफ्त यूनिफार्म दिए जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को जारी कर दिए थे लेकिन इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई।

विभागीय अधिकारियों की मानें तो इसकी प्रक्रिया शुरू की जाए तो दिसम्बर तक बच्चों को यूनिफार्म नहीं मिल पाएगी। अब संभावना जताई जा रही है कि बच्चों को विभाग शर्ट और पैंट के लिए कपड़ा नि:शुल्क उपलब्ध कराएगा और सिलाई के पैसे उनके अभिभावकों के खातों में भेजे जाएंगे। हालांकि अभी तक इस संबंध में किसी तरह की कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं तक 70 लाख 77 हजार 465 बच्चे अध्ययनरत हैं। इनमें 34 लाख 81 हजार 646 बच्चे छात्र और 35 लाख 95 हजार 819 छात्राएं हैं।दो सौ रुपए से कैसे सिलेगी यूनिफार्म

सरकारी स्कूल के बच्चों को पहले विभाग बनी-बनाई यूनिफार्म देने वाला था लेकिन बाद में बजट कम होने पर सिलाई की कटौती करते हुए उन्हें कपड़ा दिए जाने का निर्णय लिया। जबकि सिलाई का पैसा उनके खाते में दिए जाने का निर्णय लिया। अब राज्य सरकार ने बच्चों को दो यूनिफार्म की सिलाई के लिए महज दो सौ रुपए देने की बात कही है। इस राशि से उनकी यूनिफार्म सिल पाएगी या नहीं, इस विषय में अधिकारी भी मोन हैं। स्थानीय दर्जी एक यूनिफार्म की कम से कम सिलाई तीन सौ रुपए लेते हैं। ऐसे में कोई भी दर्जी उन्हें दो सौ रुपए में दो यूनिफार्म सिलकर नहीं दे सकता।

भाजपा नेता उड़ा रहे मजाक

भाजपा नेता तथा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा सहित भाजपा के नेता मुख्यमंत्री की घोषणा का मजाक उड़ा रहे हैं। उनका कहना है कि क्या सत्र समाप्ति के बाद उन्हें यूनिफार्म दी जाएगी या यह भी नहीं। बच्चों का आधे से अधिक सत्र बीत चुका है और यूनिफार्म का पता तक नहीं। उन्होंने दो सौ रुपए सिलाई को लेकर सवाल उठाए हैं।

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