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बीकानेर,बैदों के चौक के प्राचीन भगवान महावीरजी के मंदिर से मंगलवार को श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामी मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में सकल श्रीसंघ के सहयोग से लगातार 259 वें वर्ष भगवान महावीर की सवारी निकली। जैन बहुल्य मोहल्लों में चांदी के सिंहासन में प्रतिष्ठित परमात्मा की प्रतिमा का जगह-जगह श्रद्धा भक्ति से वंदन किया गया। वहीं श्रावक-श्राविकाओं का राबड़िया, दाल का हलुवा, पकौड़ी, चाय, कचौरी आदि से सत्कार किया गया।
श्री जैन श्वेताम्बर महावीर स्वामी मंदिर ट्रस्ट के मंत्री भूपेन्द्र बैद ने बताया कि प्रतिवर्ष निकलने वाली शोभायात्रा में इस बार युवाओं व बच्चों का उत्साह अधिक था। बालक-बालिकाओं ने भी विभिन्न मोहल्लों में बने मंचों पर प्रस्तुतियां देकर सराहना ली। सवारी एक वर्ष चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास व एक वर्ष बैदों का महावीरजी मंदिर ट्रस्ट की ओर से निकालने की परम्परा है।
शोभायात्रा रवाना होकर सिपानी मोहल्ला, बांठियों का चौक, आसानियों का चौक में पार्श्वचन्द्र गच्छ के भगवान महावीर स्वामीजी मंदिर, रामपुरिया राखेचा मोहल्ला, सिहाणी गोलछा चौक, गोलछा-नाहटा चौक भगवान आदिश्वरजी मंदिर के आगे से होते हुए सुखानी मोहल्ला, भुजिया बाजार प्राचीन चिंतामणि जैन मंदिर के आगे से मालू, बोथरा, मुकिम बोथरा, मरोठी सेठिया, पुरानी जेल व दिगम्बर जैन नसियाजी मार्ग, कोटगेट, लाभुजी कटला व सुखलेचा कटला के पास से स्टेशन मार्ग होते हुए गंगाशहर के रोड के भगवान महावीर मार्ग पर स्थित पार्श्वचन्द्र सूरि दादाबाड़ी मंदिर पहुंची, जहां आरती की गई। भगवान की सवारी का बुधवार को ठहराव पार्श्वचन्द्र दादाबाड़ी में रहेगा जहां परमात्मा की भक्ति संगीत के साथ पूजा होगी। गुरुवार को सवारी वापस दादाबाड़ी से सुबह साढ़े नौ बजे रवाना होकर विभिन्न जैन बहुल्य मोहल्लों से होते हुए बैदों के महावीरजी के मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी।
परमात्मा की सवारी में सबसे आगे इंद्र ध्वज, सजे-संवरे घोड़े, ऊंट, ऊंट गाड़ो बैठे बच्चे जैन धर्म के नारे लगा थे। नगाड़ा व ढोल तथा बैंड बाजों की पार्टियों नवंकार महामंत्र की धुन बजा रही थीं। ’’ जैन श्वेताम्बर धर्मो उत्सव’’ अंकित बैनर में ’’अहिंसा परमोःधर्म का संदेश दिया जा रहा था। भगवान महावीर की माता विशाला स्वप्न में दिखाई दी वस्तुएं, चांदी का कल्पवृक्ष, भगवान महावीर के जीवन आदर्शों से संबंधित चित्र ठेलों पर थे। परमात्मा को चांदी के फूलों की सजावट किए सिंहासन पर प्रतिष्ठित किया हुआ था। उनके आगे पंचरंगी जैन ध्वज था, गूगल के धूप से मार्ग की शुद्धि की जा रही थीं। वहीं श्रावक ’चंदन की चौकियां पुष्पन के दो हार, कूंकू भरियो बाटकों पूजो नैन कुमार’’, भगवान महावीर स्वामी की जय आदि का उद््घोष कर रहे थे।
भजन मंडलियों ने दी भक्ति भरी प्रस्तुतियां
भगवान महावीर स्वामी की शोभायात्रा में वीर मंडल, जैन गौतम मंडल, महावीर मंडल, जैन मंडल, आदिश्वर मंडल व कोचर मंडल की भजन मंडलियां शामिल हुई। अलग अलग मंडलियां अपनी पोशाक व बल्ले, दुपट््टे पहने हुए थे। भजन मंडलियों ने विभिन्न राग व तर्जों पर आधारित भक्ति गीतों की प्रस्तुतियां दी। भजन मंडलियों के लिए विभिन्न मोहल्लों में स्टेज व माइक की व्यवस्था की गई। इस बार बालक-बालिकाओं व युवाओं की टीम में अधिक उत्साह नजर आया वे भक्ति में खोकर गीतों की प्रस्तुतियां दे रहे थे। जाने माने कलाकार राजा हसन ने भी भजन मंडलियों की प्रस्तुतियों को देखा तथा सराहा।
साध्वीवृंद ने दिया आशीर्वाद
जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की साध्वीश्री मृगावतीश्रीजी, बीकानेर मूल की कभी भगवान की महावीर में शामिल होने वाली साध्वीश्री सुरप्रिया वक नित्योदया, जैन श्वेताम्बर तपागच्छ संघ की साध्वीश्री सौम्यप्रभा, सौम्यदर्शना, अक्षय दर्शना व परम दर्शना, जैन श्वेताम्बर पार्श्वचन्द्रगच्छ की साध्वीश्री पदम प्रभा, सुव्रताश्रीजी, जैन श्वेताम्बर तेरापंथ की साध्वीश्री अर्हताश्री आदि ठाणा के साथ साधुमार्गी जैन संघ, शांत क्रांत संघ की साध्वी व मुनिवृंद ने भी सवारी को देखा तथा परमात्मा का स्मरण- वंदन किया और श्रावक-श्राविकाओं को आशीर्वाद दिया।

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