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बीकानेर,कोरोना के चलते प्रभावित हुए शिक्षण व्यवस्था को अब पटरी पर लाने की गर्ज से आज से पहली आकलन दक्षता परीक्षा शुरू होगी. तीन दिन तक चलने वाली इस परीक्षा में कक्षा 3 से 8 तक के प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी शामिल होंगे.परीक्षा सुबह 10.30 से 11.30 तक आयोजित होगी.

बीकानेर. लर्निंग गैप की भरपाई को लेकर शुरू किए शिक्षा के बढ़ते कदम अभियान की पहली आंकलन दक्षता परीक्षा आज से शुरू हो रही है तीन दिन तक चलने वाली इस परीक्षा में कक्षा 3 से 8 तक के प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी शामिल होंगे. इस आंकलन की खास बात यह है कि प्रदेश भर में लाखों विद्यार्थी इस परीक्षा में भाग लेंगे और हर विद्यार्थी का आकलन तकनीक के माध्यम से होगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से इन बच्चों को आंका जाएगा. इस तकनीक का उपयोग स्कूली स्तर पर पहली बार किया जा रहा है.परीक्षा के लिए कंट्रोल रूम: इस परीक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों के लर्निंग में आए गैप को दक्षता आधारित शिक्षण से अपग्रेड करना है. आज से दक्षता आंकलन परीक्षा कक्षा 3 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए होगी. जिसमें हिंदी, गणित और अंग्रेजी विषय का दक्षता अध्ययन की जांच होगी. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में इस अभियान को लेकर निदेशालय में कंट्रोल रूम बनाया है. निदेशालय के सेक्शन ऑफिसर अरुण शर्मा का कहना है कि हमारा उद्देश्य केवल बच्चों को उनकी समझ के स्तर को फिर से अपडेट करने का है ताकि कोरोना काल में शिक्षण व्यवस्था चौपट होने से नुकसान हुआ है.

प्रश्न पत्र भिजवाए: 3 से 5 नवंबर तक होने वाले दक्षता आकलन को लेकर पंजीयक शिक्षा विभाग की ओर से प्रश्न पत्र बनाया गया है और वो प्रदेश के सभी स्कूलों में भिजवाया गया है. शर्मा कहते हैं कि इस अभियान की खास बात ये है कि इसमें शिक्षकों का भी ध्यान रखा गया है. इससे उनका कार्यभार कम हुआ है. वे कहते हैं कि परीक्षा के बाद शिक्षकों को कॉपी जांचने जैसा कोई काम नहीं करना है बल्कि मोबाइल ऐप के माध्यम से हर बच्चे के द्वारा हल किए गए उत्तर पुस्तिका को केवल अपलोड करना है.कोरोना से प्रभावित शैक्षणिक व्यवस्था को अब एक बार फिर से बहाल व दुरुस्त करने को राज्य सरकार की ओर से विशेष पहल की गई. सरकार ने छात्रों के लर्निंग गैप की भरपाई के लिए “शिक्षा में बढ़ते कदम” अभियान की शुरुआत की, जिसकी पहली दक्षता परीक्षा 3 से 5 नवंबर तक होगी. जिसमें प्रदेश के लाखों विद्यार्थी भाग लेंगे.

अपलोडिंग के बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का काम शुरू होता है. जो हर बच्चे के हल किए गए प्रश्नों के उत्तर के आधार पर आंकलन करेगा. इसके बाद शिक्षक और बच्चे के साथ ही अभिभावकों को भी व्हाट्सएप के जरिए रिपोर्ट कार्ड मिलेगा.

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