बीकानेर,महात्मा गांधी नरेगा योजना में 100 दिन का रोजगार प्राप्त करने वाले नरेगा कार्ड धारक श्रमिक को मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में 25 दिन का अतिरिक्त रोजगार मिल सकेगा। जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में मनरेगा पर आयोजित कार्यशाला में यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से आमजन को लाभान्वित करने के लिए कार्मिक और अधिकारी गंभीरता व समन्वय से कार्य करें। जिला स्तरीय विकास अधिकारी, तकनीकी अधिकारी एमआईएस मैनेजर सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशाला में अधिशासी अभियंता धीरसिंह गोदारा ने योजना की जानकारी दी व सामुदायिक व व्यक्तिगत लाभ के कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने किसी भी पंचायत में 100 दिन का रोजगार पूरे करने वाले नरेगा कार्ड धारक श्रमिक को 25 दिन का अलग से रोजगार देने की बजट घोषणा की थी। यह 25 दिन का रोजगार मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत दिया जाएगा । कार्यशाला में राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त कोलायत विकास अधिकारी दिनेश सिंह भाटी ने योजना को विस्तृत रूप से समझाते हुए इसकी प्रक्रिया से अवगत करवाया तथा कार्य योजना को ईपंचायत पर अपलोड कर साधारण सभा में अनुमोदन के उपरांत राज्य स्तर पर प्रेषित की जानकारी दी। एमआईएस मैनेजर नवीन शेखर पुरोहित ने एमआईएस प्रक्रिया श्रमिक चयन जॉब कार्ड तैयार करना तथा रिकॉर्ड संधारण की जानकारी दी । वरिष्ठ लेखाधिकारी श्यामसुंदर किराडू ने वित्तीय नियमों की जानकारी दी। सहायक अभियंता आराधना शर्मा ने स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े बिंदुओं पर प्रकाश डाला। श्रम आयुक्त बीकानेर प्रदीप कुमार सिंह ने श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी दी तथा ई श्रम पंजीयन व उन्नति परियोजना के बारे में विस्तार से अवगत कराया। प्रशिक्षण समन्वयक सुनील जोशी ने बताया कि राज्य स्तर जिला स्तर के प्रशिक्षण के उपरांत ब्लॉक स्तर पर 2 नवम्बर को प्रशिक्षण व कार्य योजना का अनुमोदन 5 नवम्बर को जिला परिषद की साधारण सभा मे किया जाएगा। कार्यशाला का संचालन जिला समन्वयक आईईसी गोपाल जोशी ने किया।
*’ये होंगे कार्य’*
योजना के तहत विद्यालय भवन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अन्य राजकीय भवन चारदीवारी फेंसिंग स्टाफ ग्रह वाटर नालों की सफाई, लहरों में नालियों की डी सिल्टिंग ग्राम पंचायत पंचायत समिति परिसर में सीसी ब्लॉक खरंजा सड़क किनारे झाड़ियों की कटिंग एवं पटरी निर्माण पानी की टंकी गौशाला निर्माण ,वर्मी कंपोस्ट पिट निर्माण, व पशु खेली, पोषण वाटिका ,चबूतरा आदि के कार्य करवाए जा सकेंगे।