बीकानेर भारतीय जनता पार्टी में कोई प्रभावशाली और सर्व स्वीकार्य नेतृत्व नहीं है। इस कमी की पूर्ति करने के लिए राजनीति करने की इच्छा रखने वाले युवा छटपटा रहे हैं। राजनीति करने के लिए पार्टी के भीतर ही उच्च स्तर पर डोर पकड़ने वाले नेता की जरूरत रहती है। बिना डोर के राजनीति में अपने बूते तो कोई कुशल नेता ही चल पाते हैं। जैसे कोई मोदी की ओट में तो कोई वसुंधरा की छत्र छाया में अपना राजनीति भविष्य देख रहे है। बीकानेर में भाजपा की वर्तमान पीढ़ी राजेंद्र राठौड़ में यही संभावना खोज रही हैं, क्योंकि पश्चिमी राजस्थान में धाक रखने वाला नेता देवी सिंह भाटी भाजपा में नहीं है। अर्जुन राम मेघवाल लगातार तीसरी बार सांसद और दूसरी बार केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद किसी की डोर थामने वाली छवि नहीं बना पाए है जो इस आस में लगातार उनके साथ है अब वो नया विकल्प तलाश रहे है। अर्जुन राम के बेटे की हरकतों से निश्चय ही उनका कद घटा ही है भले ही वे मंत्री की ऊंची कुर्सी पर बैठे हों। रविंद्र रंगमंच बीकानेर में भैरो सिंह शेखावत जन्म शताब्दी समारोह में मेघवाल नहीं आए इसका उनके राजनीतिक छवि पर असर पड़ेगा ही। शेखावत दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत संघ के उप राष्ट्रपति रहे हैं। मेघवाल इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि थे। नहीं आने के कोई वाजिब कारण हो सकते हैं या तटस्था भी। मंच से आयोजकों की ओर से अर्जुन राम मेघवाल का नाम विलोपित कर देना अखरता रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर नोखा विधायक बिहारी लाल विश्नोई ने राजेंद्र सिंह राठौड़ के कृतित्व का ज्यादा बखान किया। संयोजक सुरेंद्र सिंह शेखावत भी राठौर को साधने में लगे रहे। इस आयोजन में विधायक सिद्धि कुमारी, सुमित गोदारा, पूर्व संसदीय सचिव डा विश्वनाथ मेघवाल, महावीर रांका, मोहन सुराणा समेत भाजपा का एक बड़ा धड़ा नहीं था। मंच से सुरेंद्र सिंह शेखावत ने कहा उन्हीं नेताओं को बुलाया गया है जिनमें शेखावत जी जैसा कृतित्व ( अंश) हो। इस आयोजन को लेकर विरोध होने का राजेंद्र राठौड़ और सुरेंद्र सिंह शेखावत ने उल्लेख किया। जयंती समारोह में राजस्थान के लोकतांत्रिक विकास में भैरों सिंह शेखावत की भूमिका विषय पर भाजपा में प्रतिपक्ष उप नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने अपनी तरफ से बात रखी। आयोजन में मंचस्थ लोगों में नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई , पूर्व कुलपति डॉक्टर एके गहलोत , बार संघ के सभापति एडवोकेट मुमताज अली भाटी, बीकानेर भाजपा के प्रभारी ओम सारस्वत , उद्यमी जुगल राठी , भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह , पूर्व जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य , विजय आचार्य , रामगोपाल सुथार , वासुदेव चावला , क्षत्रिय सभा के पूर्व अध्यक्ष बजरंग सिंह रॉयल मंच पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दूसरे मुख्य अतिथि राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने शेखावत के लोक जुड़ाव के विषय पर संस्मरण सुनाते हुए शेखावत के व्यक्तित्व का स्मरण किया ।
इस आयोजन में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के तिरंगा यात्रा कार्यक्रम के अगुवा लाल चौक पर तिरंगा फहराने वाले कार्यकर्ताओं अशोक कुमार भाटी विजय उपाध्याय और विनोद रावत का सम्मान किया गया। वहीं विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के नवनिर्वाचित छात्र संघ अध्यक्ष ओं का भी का भी सम्मान किया गया। आयोजन में शेखावत के नाम पर राजनीतिक साख जमाने के प्रयास जैसे इंप्रेशन (आभा मंडल ) से ज्यादा कुछ भी नहीं दिखा। साख जमाने में आयोजक सफल रहे।