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बीकानेर, एमएन अस्पताल में टेलीस्कोप के जरिए लीवर से एक कील निकाली गई। जानकारों के मुताबिक बीकानेर के इतिहास में यह पहली सर्जरी है जो पूरी तरह से लैप्रोस्कोपी के जरिए की गई।छतरगढ़ निवासी 38 वर्षीय एक व्यक्ति को काम के दौरान कील व हथौड़े से पेट में चोट लगने की शिकायत मिली। जांच करने पर पता चला कि उसके लीवर में कील लगी है। आमतौर पर इन मामलों में, लीवर से धातु के टुकड़े को निकालने के लिए पेट में एक लंबे चीरे की आवश्यकता होती है।

ये लंबे चीरे रोगी के लिए अल्पकालिक और दीर्घकालिक जटिलताएं पैदा कर सकते हैं। मरीज को डॉ. आशीष स्वामी की देखरेख में जीआई सर्जरी विभाग में भर्ती कराया गया था। बीमारी को दूर करने और लीवर को बचाने के लिए जटिल सर्जरी पूरी तरह से दूरबीन से की गई। मरीज को 5 मिमी और 10 मिमी के केवल तीन चीरे लगे। ऑपरेशन डॉ. आशीष स्वामी ने किया। ऑपरेशन में एनेस्थीसिया विभाग की डॉ. अनेसा गुप्ता, नर्सिंग स्टाफ नदीम, शीशपाल, ममता और प्रवीण बाना ने सहयोग किया।संस्थान के एमडी राजा बाबू निर्बन ने सर्जिकल टीम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की जटिल सर्जरी के लेप्रोस्कोपिक उपचार की उपलब्धि उल्लेखनीय है। जीआई सर्जरी विभाग एसोफेजेल, पेट और यकृत कैंसर के लिए लैप्रोस्कोपिक सर्जरी प्रदान करता है।

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