बीकानेर,शहर में इन दिनों साइबर क्राइम के अनेक मामले सामने आ रहे है। जिसमें साइबर ठग मोबाइल या फेसबुक को हैग कर उनके डाटा के जरिये चित परिचितों को ठगी का शिकार बना रहे है। एक ऐसा ही मामला गुरूवार को फिर सामने आया है। जब नगर विकास न्यास में कार्यरत मक्खन लाल आचार्य के मोबाइल डाटा से सभी कॉल डिटेल हैग कर साइबर ठग ने उनके चित परिचितों से रूपयों की डिमांड कर डाली। इनमें से एक परिचित ने ठग के कहे अनुसार बीस हजार रूपये दे भी दिए। जब आचार्य के परिचत को हकीकत पता चली तो उसके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई। हालांकि इस संदर्भ में आचार्य व उनके परिवारजनों ने सतर्कता दिखाते हुए रिश्तेदारों व परिचितों को अलर्ट भी कर दिया था। किन्तु एक परिचित ने मैसेज देरी से देखने के कारण ठग को रूपये ट्रार्सफर कर दिए।
पुलिस थाने ने नहीं लिया परिवाद
एक ओर तो पुलिस साइबर ठगी से सतर्क रहने की हिदायतें देती है। परन्तु यदि कोई परिस्थितिवश इसका शिकार होकर संबंधित थाने में परिवाद देने पहुंचता है तो कई बार उसके परिवाद को गंभीर नहीं लिया जाता। मक्खन लाल आचार्य के परिजनों के साथ भी ऐसा ही हुआ। कोतवाली थाने में परिवाद देने पहुंचे तो उन्हें परिवाद देने से मना करते हुए स्वयं सतर्क रहने की नसीहत दे डाली।
सभी को इस प्रकार के मैसेज से सजग रहने की जरूरत
आएं दिन इस प्रकार के मैसेज से हर एक व्यक्ति को सजग रहने की जरूरत है। इस प्रकार के मैसेज आने की स्थिति में पहले जांच पड़ताल कर लेना बेहतर होता है। परन्तु कई दफा ऐसा नहीं होता और व्यक्ति ठगी का शिकार हो जाता है। पिछले दिनों एक व्यक्ति की अस्पताल में भर्ती पुरानी फोटो के आधार पर भी ठगी का प्रयास किया गया। किन्तु संबंधित व्यक्ति द्वारा अस्पताल पहुंचकर जांच पड़ताल करने की वजह से वह ठगी का शिकार होने से बच गया।