बीकानेर,जूनागढ़ के सामने दो मुख्य सड़कें 15 दिन से बंद, 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित नगर निगम की घटिया इंजीनियरिंग की मिसाल देखना है तो जूनागढ़ के सामने चल रहे काम को देखिए। यहां 155 मीटर की नई सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है। सीवर लाइन के लिए पाइप बिछाने का काम पूरा होने के बाद निगम को याद आया कि चैंबर भी नहीं बने हैं।
अब किले के औषधालय के सामने पीठ की खुदाई की गई है। इस काम के चलते पिछले पंद्रह दिनों से सड़क जाम है। लोगों को सड़कों से निकलना पड़ रहा है। दरअसल जूनागढ़ के सामने से फोर्ट डिस्पेंसरी तक सीवर लाइन जाम कर दी गई. जिससे पुरानी गिनानी, कुचिलापुरा, हनुमानहट्टा, थेबिडेरा, राशनिघर क्षेत्र का गंदा पानी इन्हीं इलाकों में फैल रहा था।
यह स्थिति मई माह में हुई बारिश के कारण बनी थी। सितंबर में जाम नालियों को ठीक करने का काम शुरू हुआ था। जूनागढ़ से फोर्ट डिस्पेंसरी तक की पूरी सड़क खोदी गई। पाइप 20 फीट नीचे बिछाया गया था लेकिन पाइप को बैकफिलिंग और मिट्टी को बैकफिल करके सड़क को समतल कर दिया गया था। बीती रात अस्पताल के सामने की सड़क को फिर से खोदा गया है। कहा गया था कि यहां एक चैंबर बनाना है। पहले चेंबर बनाना भूल गए। जिससे दोहरा प्रयास किया गया। जूनागढ़ के सामने आठ दिन से चेंबर का काम चल रहा था लेकिन वह पूरा नहीं हुआ। इस इलाके से रोजाना करीब 50 हजार लोग आते-जाते हैं। उन्हें अगले 10 दिनों तक इस समस्या का सामना करना पड़ेगा।
दो प्रमुख सड़कें बंद, सड़क पर भारी वाहन दौड़े, ट्रैफिक पुलिस नहीं
जूनागढ़ और सरकारी प्रेस के सामने सड़क खुदी हुई है। सड़क बंद है। नगर निगम की सड़क 60 फीट चौड़ी है। लेकिन लोगों को धोबिधोरा, हनुमानहथा की संकरी गली से बाहर आना पड़ रहा है। इलाके में ट्रैफिक बढ़ने से लोग परेशान हो रहे हैं। कारों, जीपों के कारण दिन भर जाम रहता है। सिपाही को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने बैरिकेड्स भी नहीं लगाए। स्थानीय लोगों ने बड़े वाहनों की आवाजाही रोकने की मांग की है. लोगों का कहना है कि किले के अस्पताल के पास ट्रैफिक पुलिस तैनात की जाए। जिससे वाहनों को रोका जा सके। वाहनों का घर से निकलना दूभर हो गया है। शाम के समय बच्चे गली में नहीं खेल सकते। दिन भर रेत उड़ती रहती है जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। खासकर दमा के मरीजों और बुजुर्गों को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
चेंबर बनाने के लिए दोबारा खुदाई की जा रही है। ट्रैफिक के दबाव के कारण पहले पाइप लाइन बिछाई गई थी। अगर पुलिस पहले ही ट्रैफिक डायवर्ट कर देती तो यह समस्या नहीं होती। – राजीव गुप्ता, एक्सईएन नगर
निगम ट्रैफिक डायवर्ट करने के लिए बैरिकेड्स लगाए जाएंगे। टीआई को एक बार फिर इलाके का जायजा लेने के बाद जरूरत पड़ने पर आरक्षकों को तैनात किया जाएगा। अजय सिंह शेखावत, सीओ ट्रैफिक