बीकानेर नागौर, वर्चस्व की लड़ाई में हरियाणा की गैंगों के शाॅर्प शूटरों द्वारा सुपारी किलर संदीप सेठी की हत्या के सनसनीखेज प्रकरण का नागौर पुलिस ने खुलासा कर मुख्य अभियुक्त सुनील उर्फ पंडित पुत्र नरेश कुमार (38) निवासी थाना भूना जिला फतेहाबाद समेत दो साथियों संदीप लांबा उर्फ गोलू पुत्र सुभाष चंद्र विश्नोई (30) निवासी थाना आजाद नगर जिला हिसार एवं जितेंद्र कुमार उर्फ नीतू उर्फ जीतू पुत्र रामस्वरूप (37) निवासी थाना भूना जिला फतेहाबाद को गिरफ्तार किया है। लगभग 900 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, 450 किलोमीटर के रूट का निर्धारण, 50 से अधिक स्पाॅट चिन्हित कर एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों का विश्लेषण कर 10 विशेष टीमो के करीब 100 पुलिसकर्मियों ने इस घटना का खुलासा किया है।
नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि 19 सितम्बर को पेशी पर आए हरियाणा के गैंगस्टर संदीप सेठी व उसके साथियों पर कोर्ट के बाहर हथियारबंद बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी। जिसमे संदीप सेठी की मौत हो गई और उसके साथी घायल हो गए। सन्दीप के साथी संजय पांचाल ने घटना हिसार निवासी अनुप ढावा, दीपक उर्फ दीप्ति, अनिल उर्फ छोटिया, जोनी जुगलान व अन्य 4-5 व्यक्तियों द्वारा करना बताया।
कोर्ट परिसर के बाहर अन्धाधुंध फायरिंग कर गैंगस्टर की हत्या पर एडीजी (एटीएस एसओजी) अशोक राठौर व आइजी अजमेर रेंज रूपिन्दर सिंघ द्वार मौका विजिट कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। तत्पश्चात उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा व विमल सिंह के सुपरविजन में सीओ विनोद कुमार सीपा, गोमाराम, विजय सांखला के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर पृथक-पृथक टास्क के लिए टीमें गठित की।
*सीसीटीवी फुटेज का विलेषण-*
सीओ विनोद सीपा व एसएचओ मेड़तारोड राजपालसिंह की टीम ने घटनास्थल पर आने और जाने वाले रास्तों तथा नागौर से नोखा व हिसार तक लगभग 900 सीसीटीवी कैमरे के बहुत बड़े डाटा का संकलन कर अभय कमांड सेंटर में विश्लेषण कर रूट का निर्धारण कर दो संदिग्ध वाहनों की पहचान की।
*बदमाशों की घटनास्थल पर आने और भागने के संभावित रूट का चिन्हीकरण*
एसएचओ भावंडा सिद्धार्थ प्रजापत व एसएचओ गोटन गोपाल कृष्ण की टीम ने संदिग्ध दोनों वाहनों के शहर से जाने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों के बहुत बड़े एरिया को कवर करते हुए सभी सीसीटीवी फुटेज कलेक्ट कर वाहन के मूवमेंट की विशेष जानकारियां प्राप्त की।
*साईबर टीमः-*
सीओ मूण्डवा विजय सांखला व साईबर सैल की टीम ने घटनास्थल व संभावित आने-जाने वाले रास्तों पर एक्टिव विभिन्न कंपनियों के बीटीएस डाटा संकलित कर एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों का विश्लेषण कर कुछ संदिग्ध नंबरों को चिन्हित कर सत्यापन किया। सोशल साइट्स पर गैंगवार की पोस्ट पर जानकारी जुटा छोटे से छोटे इनपुट का बड़े गहन विश्लेषण कर महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त की।
*संभावित स्थानों पर तलाश के लिए गठित टीम*
सीओ डीडवाना गोमाराम, एसएचओ जसवंतगढ़ मुकुट बिहारी, एसएचओ लाडनू राजेन्द्र कमाण्डो एवं एसएचओ पादु कला सुमन चौधरी की टीम ने घटना से संदिग्ध एवं विभिन्न टीमों के इनपुट्स के आधार पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली एवं राज्य में विभिन्न स्थानों पर कैम्प कर संदिग्धों के ठिकानों पर दबिश दे अभियुक्त जितेन्द्र कुमार उर्फ जितु उर्फ नीतु को हिसार से तथा संदीप लाम्बा उर्फ गोलू को रतनगढ जिला चुरू से दस्तयाब किया गया।
*फील्ड इंटेलिजेंस व अनुंसधान टीमः-*
सीओ विनोद सीपा एवं एसएचओ कोतवाली हनुमान चौधरी की टीम ने साल 2009 के हिसार के डबल मर्डर, साल 2013 के किशोरी जाट मर्डर व साल 2015 के संदीप गोदारा मर्डर के बारे में तथा पूर्व में राज्य में घटित गैंगवार की घटनाओं में बंद अभियुक्तों और उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाई।
*स्पेशल स्ट्राइकिंग (Striking) टीम*
*एसएसओ मांगलियावास जिला अजमेर सुनिल ताडा एवं भीलवाड़ा जिले में एसआई सुरजीत ठोलिया, *साईबर सैल अजमेर में एएसआई रनवीर एवं कॉन्स्टेबल हेमराज की टीम ने एसआईटी की विभिन्न टीमों के बेहतर समन्वय से प्रकरण के प्रमुख अभियुक्त सुनिल उर्फ पण्डित को जिरकपुर चण्डीगढ से डिटेन कर बापर्दा गिरफ्तार किया।*
*घटना की प्लानिंग व विवरणः-*
गंगवार की शुरुआत 25 जून 2009 में हिसार के संजय कौशिक व उसके परिवार के सदस्य के डबल मर्डर से हुई। संदीप सेठी व किशीरी गैंग द्वारा हत्या की गई थी। संजय कौशिक मुख्य आरोपी सुनिल शर्मा उर्फ पण्डित का जीजा था। इस घटना के बाद सुनिल शर्मा ने संदीप सेठी की हत्या को अपना संपूर्ण जीवन टास्क बना लिया।
साल 2011 में सुनिल शर्मा जीजा के मर्डर का बदला लेने के लिए कुलवीर तानसेन गैंग से जुड गया। रंगदारी व हत्या के प्रयास मे गिरफतार होने पर हिसार जेल में संदीप सेठी द्वारा मारपीट करने पर सुनिल ने संदीप को मारने का खुला चैलेंज दिया।
हिसार क्षेत्र में काॅलेज समय से किशीरी जाट व दीप्ती गैंग के बीच आपसी वर्चस्व की लडाई की कडी में साल 2013 में दीप्ती गैंग द्वारा किशोरी जाट की हत्या कर दी। जिससे संदीप सेठी दीप्ती गैंग के निशाने पर आ गये।
सुनिल शर्मा ओर दीप्ती गैंग का टारगेट व मोटिव एक होने से दोनो ने संदीप गैंग के खात्में के लिए हाथ मिला लिया और मिलकर प्लानिंग तैयार करने लग गये। दीप्ती व उसके गैंग के सदस्यो ने सुनिल से संपर्क कर मर्डर का प्लान की दिशा में आगे बढे। 2015 में संदीप गोदारा पर किशोरी जाट के मर्डर मे दीप्ती गैंग सहायता उपलब्ध करवाने एव मुखबीरी होने के कारण मर्डर कर दिया गया। जिसमें सेठी गैंग का नाम आने से दीप्ती गैंग की दुश्मनी और गहरी होती चली गई।
हिसार में दीप्ती गैंग व सुनिल की मिटिंग हुई जिसमें सेठी को मारने की व्यूह-रचना तैयार की।
जिसमें दीप्ती, सुनिल, अनिल उर्फ छोटिया व 5-7 अन्य लोग सम्मिलित हुए। उसमे संदीप की हत्या की व्यूह-रचना व रैकी का जिम्मा सुनिल व दीप्ती गैंग ने अपने जिम्मे लिया। जहां पर हथियारों की खरीद हेतु सुनिल शर्मा ने पैसो का बंदोबस्त किया और हथियार खरीदे। 2015-16 से सुनिल शर्मा व दीप्ती गैंग संदीप सेठी को मारने की फिराक में भरकस प्रयास में लग गये। संदीप भी हिसार, दिल्ली, गुडगांव, झुन्झुनु, भीलवाडा, जोधपुर के विभिन्न कोर्ट में ट्रायल के दौरान तारीख पेशियों पर रैकी करने लग गये।
दीप्ती गैंग एवं सुनिल ने अपने मोबाइल में ई-कोर्ट एप्प डाउनलोड कर झून्झूनु मे संदीप सेठी की विभिन्न प्रकरणो मे न्यायालयो मे 15-16 तारीख पेशियों पर लगातार रैकी पर गये। जिसमे काफी पेशियों पर संदीप शेट्टी के नही आने के कारण दीप्ती गैंग व सुनिल अपने मनुसबो मे सफल नहीं हो पाये।
दीप्ती गैंग व सुनिल शर्मा नागौर में 16 अगस्त 2022 एवं 26 जुलाई 2022 में नरेश सांखला (2019) मर्डर के केस की तारीख पेशियों पर मर्डर की प्लानिंग कर तैयारी के साथ आये थे। परन्तु कडे पुलिस बंदोबस्त व गार्ड होने से सफल नहीं हो सकें। फिर उन्होंने संदीप सेठी की जमानत होने का इंतजार किया। 12 सितम्बर 2022 को संदीप सेठी जमानत होने पर उक्त गैंग ने अगली तारीख पेशी पर संदीप सेठी को मारने प्लान किया।
जमानत से बाहर आने पर संदीप सेठी को सुनिल शर्मा व दीप्ती गैंग से उसको मारने के प्लान का पता चलने पर किशोरी गैंग की फेसबुक आइडी से पोस्ट कर दीप्ती गैंग का मजाक उडाया, जिसके कारण सुनिल शर्मा व दीप्ती गैंग द्वारा संदीप सेठी को मारने के टास्क को बडे सुनिचित तरीके व अलर्ट के साथ शीघ्र अंजाम देने के लिए पहले से अधिक शूटरों के साथ 19 सितम्बर 2022 को नागौर मे तय तारीख पेशी पर मर्डर का प्लान फाईनल कर दिया।
घटना के रोज 19 सितम्बर को कोर्ट परिसर नागौर के बाहर संदीप सेठी का मर्डर करने के लिए सुनिल शर्मा व दिप्ती गैग के शार्प शुटर व सदस्य अलग-अलग दिशाओं से नागौर कोर्ट परिसर के आस पास असेम्बल और अपनी अपनी पोजिशन लेकर संदीप सेठी के कोर्ट मे एंव तारीख पेशी से कोर्ट से बाहर आने का इन्तजार करने लगे।
घटनास्थल पर उपस्थित अपराधी विभिन्न दिशाओं से अलग-अलग समय पर बिना नम्बरी मोटरसाईकिल व अन्य साधनो से घटनास्थल पर आये। प्रमुख अभियुक्त लगभग 450 किलोमीटर मोटरसाइकिल से मौके पर पहुंचा। कोर्ट परिसर के बाहर व्यू-रचना के अनुरूप वाहनों व शुटर ने अपनी-अपनी पोजिशन लेकर बडे सुनियोजित तरीके से हिट व अन्धाधुन्ध फायरींग कर गैंगस्टर की हत्या कर मौके से फरार हो गये।