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बीकानेर,तबादला सूची में 1254 विभिन्न विषयों के व्याख्याता और 3354 वरिष्ठ अध्यापक, 16 प्राचार्य और 245 उप प्राचार्य का नाम शामिल है. कुल मिलाकर 5 हजार से अधिक शिक्षकों को इधर से उधर किया गया है.राजस्थान कांग्रेस में जारी राजनीतिक घमासान के बीच 5 हजार से अधिक शिक्षकों का तबादला हो गया है. तबादला सूची में 1254 विभिन्न विषयों के व्याख्याता और 3354 वरिष्ठ अध्यापक, 16 प्राचार्य और 245 उप प्राचार्य का नाम शामिल है. 24 कनिष्ठ सहायकों और 22 संस्कृत शिक्षा अधिकारियों को पदोन्नत कर पदस्थापन किया गया है. कुल मिलाकर 5 हजार से अधिक शिक्षकों को इधर से उधर किया गया है. इससे पहले करीब 11 हजार शिक्षा अधिकारियों और वरिष्ठ अध्यापकों का तबादला आदेश आया था.
राजनीतिक घमासान के बीच शिक्षकों का तबादला

कुछ दिन की शांति के बाद 24-26 सितंबर को तबादला की नई लिस्ट जारी हो गई है. सूची के अनुसार जयपुर में 552, जोधपुर में 425, उदयपुर में 351, अजमेर में 319, चूरू में 270, कोटा में 256, बीकानेर में 226, भरतपुर में 207, पाली में 82, अंतर मंडल में 676 व्याख्याताओं का तबादला किया गया है. प्राचार्यों की तबादला सूची बीकानेर शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से जारी हुई है. महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में साक्षात्कार से लिए गए कुछ प्राचार्यों को वापस सामान्य स्कूलों में भेजा गया है.

15 विषयों के 1254 व्याख्याताओं का तबादला किया गया. सूची में केवल हिंदी और अंग्रेजी विषय के व्याख्याता नहीं हैं. माना जा रहा है कि जल्दी ही इन दो विषयों के भी व्याख्याताओं का तबादला कर दिया जाएगा. तबादला सूची में सबसे ज्यादा वरिष्ठ अध्यापकों को शामिल किया गया है. संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा ने 2 हजार 678 वरिष्ठ अध्यापकों के भी तबादले किए हैं. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की तरफ से 676 वरिष्ठ अध्यापकों का अंतर मंडल ट्रांसफर हुआ है.तबादला सूची पिछले एक महीने से लगातार है जारी

अब तक जारी तबादला सूची में राजनीति विज्ञान के 373, इतिहास के 224, भूगोल के 208, रसायन विज्ञान के 119, जीव विज्ञान के 86, भौतिक विज्ञान के 85, संस्कृत के 32, वाणिज्य के 29, गृह विज्ञान के 28, गणित के 25, अर्थशास्त्र के 17, उर्दू के 14, चित्रकला के 7, समाज शास्त्र के 4 और राजस्थानी के 3 व्याख्याता हैं. शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि शिक्षकों की तबादला सूची पिछले 1 महीने से लगातार जारी की जा रही है. सूची जारी करने में कोई जल्दबाजी नहीं हो रही है. शिक्षकों से ऑनलाइन नाम लगातार मांगे जा रहे हैं. नाम सामने आने के साथ ही सूचियां जारी की जा रही हैं.

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