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बीकानेर,शिक्षक संघ एलीमेंट्री सेकेंडरी टीचर एसोसिएशन (रेसटा) द्वारा जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन के दूसरे दिन गंगा बाल राउमावि बीकानेर में प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद की अध्यक्षता में शैक्षिक संगोष्ठी सम्पन्न हुई। शैक्षिक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि शिक्षक नेता भंवर आचार्य व सामाजिक कार्यकर्ता एसएस शर्मा व विशिष्ट अतिथि संजीव कुमार यादव रहे। प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद ने बताया कि संगोष्ठी में ‘शिक्षा में गुणात्मक सुधार’ विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। चर्चा में यह उभरकर आया कि वर्तमान समय में शिक्षकों को शिक्षण कार्य के अतिरिक्त अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाया जाता है,साथ ही शिक्षकों के विद्यालय में लिपिकीय कार्य में व्यस्त रहने से कक्षा कक्ष शिक्षण पर पूरा ध्यान नहीं दे पाते हैं। वर्तमान समय में विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद भी गुणात्मक शिक्षा में बहुत गंभीर समस्या है। शिक्षा विभाग द्वारा प्रतिदिन कई प्रकार की सूचनाएं ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मांगी जाती है जिससे शिक्षक उन सूचनाओं को बनाने में ही व्यस्त रहते हैं,जिससे वास्तविक शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए विशेष रुप से प्राथमिक कक्षा के शिक्षकों के संपूर्ण पद भरते हुए इन शिक्षकों से सिर्फ शिक्षण कार्य ही करवाया जाना आवश्यक है साथ ही वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों में बड़ी संख्या में तबादले किए गए जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था गड़बड़ा गई । संगोष्ठी में राज्य में कार्यरत शिक्षको को केंद्र के शिक्षकों के समान सातवां वेतनमान देते हुए समस्त प्रकार की वेतन विसंगतियों को दूर करने, ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत सभी शिक्षकों को मूल वेतन का 10 प्रतिशत ग्रामीण भत्ता देने,अध्यापक,वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता एवं प्रधानाचार्य को संपूर्ण सेवाकाल में कुल चार ए.सी.पी. परिलाभ 7 – 14 – 21- 28 वर्ष पूर्ण करने पर देना, शिक्षकों के स्थानांतरण हेतु स्थाई व पारदर्शी नीति बनाकर टीएसपी व प्रतिबंध जिला शब्द हटाना,साथ ही तृतीय वेतन श्रंखला अध्यापकों के शीघ्र ही अंतर जिला स्थानांतरण करने, पीईईओ के अतिरिक्त कार्यभार को देखते हुए 10 प्रतिशत मानदेय हार्ड ड्यूटी एलाउंस के रूप में देना, शारीरिक शिक्षकों,पुस्तकालयाध्यक्षों एवं प्रयोगशाला सहायकों की नियमित डीपीसी करना, प्रत्येक विद्यालय में एक कंप्यूटर शिक्षक अनिवार्य रूप से लगाने, नवनियुक्त शिक्षकों का परिवीक्षाकाल एक वर्ष ही रखकर परिवीक्षाकाल में नियमित वेतन देना, प्रत्येक विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में सहायक कर्मचारी उपलब्ध कराने,शिक्षकों को बीएलओ सहित अन्य सभी प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों से पूर्णतया मुक्त रखने, 500 से अधिक नामांकन होने पर अतिरिक्त शारीरिक शिक्षक का पद सृजित करने सहित शिक्षकों की विभिन्न मांगों एवं समस्याओं पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किए गया,जिसे सरकार को भेजने का निर्णय लिया। अंत में वरिष्ठ अध्यापक व रेसटा के वरिष्ट उपाध्यक्ष संजीव कुमार यादव की पुस्तक का विमोचन किया गया। शैक्षिक संगोष्ठी में प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद, प्रदेश श्याम सुंदर बिश्नोई,जिलाध्यक्ष सीता राम डूडी,जिला महामंत्री पवन कुमार शर्मा,जिला सभाध्यक्ष गोपाल शर्मा,जिला वरिष्ट उपाध्यक्ष संजीव कुमार यादव ,शिवरतन बिश्नोई, प्रवीण टांक,धीरज बारहट,दीपक कुमार मीणा,भंवर आचार्य,एसएस शर्मा आदि मौजूद रहें।

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