बीकानेर,शहर में हजारों करोड़ की लागत से बन रहे लालगढ़-रामपुरा बाइपास ओवरब्रिज के निर्माण कार्य में मजदूरों की सुरक्षा को ताक पर रखा गया है। मजदूर करीब 15-20 फीट ऊपर काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा के उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। ऐसे में यह मजदूर जान पर खेलकर काम कर रहे हैं। मजदूरों के पास पर्याप्त सुरक्षा के साधन नहीं है। नतीजन रविवार को बिना सुरक्षा उपकरणों के काम करते समय निर्माणाधीन ओवरब्रिज का एक हिस्सा ढह गया था, जिससे एक राहगीर महिला समेत सात मजदूर घायल हो गए थे, जिनमें से तीन मजदूरों को ज्यादा चोटें आई हैं।लालगढ़-रामपुरा बाइपास ओवरब्रिज के निर्माण कार्य में जुटे मजदूर बिना सपोर्ट और सुरक्षा उपकरणों के ही काम कर रहे थे।
मजदूर कर रहे थे बहाना
जब सुरक्षा उपकरणों के संबंध में बात की तो काम करने वाले मजदूरों ने पहले तो बोला कि कोई सुरक्षा उपकरण नहीं है लेकिन बाद में वह आना-कानी करने लगे। दो-तीन मजदूरों ने कहा कि वह निर्माण कार्य की साइट पर अभी आए ही है। ऐसे में उनको अभी उपकरण नहीं दिए गए हैं। उपकरण दे दिए जाएंगे। कुछेक मजदूरों ने गर्मी लगने का बहाना कर दिया। इसके अलावा एक मजदूर ने स्पष्ट कहा कि कोई सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं।
कुछेक ने साइड में रख रखे थे उपकरण
बड़े अफसोस की बात है कि शहर में चल रहे अन्य निर्माण साइटें भी चल रही हैं। कहीं भवन, मॉल तो कहीं दो मंजिला मकान का काम चल रहा है। इन निर्माण कार्यों पर भी काम कर रहे मजदूरों के पास कोई सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं है। यह मजदूर केवल बाइक चलाने वाला हेलमेट पहन कर जरूर पहुंचते हैं ताकि पुलिसकर्मी न रोके। इसके बाद हेलमेट को बाइक के हैंडल पर टांग देते हैं। लालगढ़-रामपुरा बाइपास ओवरब्रिज निर्माण कार्य पर कुछेक मजदूरों के पास सुरक्षा उपकरण के नाम पर केवल पीले कलर के हेलमेट थे, जिनकों उन्होंने साइड में रख रखा था।
यह होने चाहिए सुरक्षा उपकरण
मजदूरों के पास सेफ्टी हेलमेट, जैकेट, मास्क, बेल्ट, चश्मा और सेफ्टी शूज जरूरी है ताकि हादसे के दौरान उन्हें किसी तरह की चोट नहीं लगे। अगर काम करते समय मजदूरों के पास कोई भारी सामान आकर गिरे तो वे उससे बच सके। इसके अलावा निर्माण साइटों पर राहत के लिए प्राथमिक उपचार की सुविधा भी होनी चाहिए लेकिन अधिकांश जगह पर ऐसा होता नजर नहीं आता है। ऊपर-नीचे काम करते समय सेफ्टी बेल्ट इनके पास होना चाहिए ताकि यह ऊंचाई पर काम करते समय गिरे तो लटक जाए और उन्हें चोट नहीं लगे।
हादसे की यह वजह आ रही सामने…लीपापोती
लालगढ़-रामपुरा बाइपास ओवरब्रिज निर्माण कार्य के दौरान निर्माण कराने वाली आरएल प्रोजेक्ट एंड इंफ्रास्ट्रेक्चर प्रालि. और ठेकेदार की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। बताते हैं कि रविवार को ओवरब्रिज का जो एक हिस्सा ढहा था उसके निर्माण कार्य के लिए करीब डेढ़-दो महीने पहले ही अस्थायी ढांचा-स्टैंड तैयार कर लिया था। पिछले दिनों हुई बारिश से जमीन खोखली हो गई। बारिश के पानी से मिट्टी बह गई। रविवार को पहले से तैयार ढांचे के ऊपर ही मजदूर आरसीसी का काम कर रहे थे, जिससे ढांचा डगमगाने से पूरा स्ट्रेक्चर ढह गया और सात मजदूर घायल हो गए।
शिकायत पर नहीं किया गौर
लालगढ़-रामपुरा बाइपास ओवरब्रिज निर्माण कार्य के दौरान मजदूरों से बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कराने की शिकायत जिला प्रशासन से की गई थी, जिसमें भविष्य में कभी भी हादसा होने की आशंका जाहिर की गई थी लेकिन जिला प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया।