बीकानेर,पेट फुलने और गांठ होने से अहसनीय दर्द। कई चिकित्सकों को दिखाया लेकिन सबने ऑपरेशन से हाथ खड़े कर दिए। मरीज दूसरे जिले में जाकर ऑपरेशन कराने में समर्थ नहीं था। ऐसे में पिछले दिनों में हाल ही में पीबीएम अस्पताल से संबद्ध श्रीमती सूरजदेवी-मोतीलाल दुग्गड़ यूरोलॉजी साइंसेज में चिकित्सकों को दिखाया। चिकित्सकों ने मरीज की सभी जरूरी जांचें कराने के बाद ऑपरेशन का निर्णय लिया। चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर मरीज के गुर्दे से सवा चार किलो की गांठ निकाली है। ऑपरेशन के बाद मरीज के स्वास्थ्य में सुधार है। चिकित्सकों ने इस तरह का ऑपरेशन बीकानेर में पहली बार करने का दावा किया है।
शहर के चौतीना कुआं निवासी शिवशंकर 44 पुत्र मंगलाराम पिछले दो साल से पेट दर्द से परेशान था। पेट दर्द करने एवं फुलने की समस्या से खाना-पीना सब छूट रहा था। वह चेन से सो भी नहीं पाता था। उसने बीकानेर के अलावा जयपुर व दिल्ली में भी चिकित्सकों को दिखाया लेकिन आराम नहीं मिला। हाल ही में पीबीएम अस्पताल से संबद्ध श्रीमती सूरजदेवी-मोतीलाल दुग्गड़ यूरोलॉजी साइंसेज के यूरोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जेपी स्वामी को दिखाया। चिकित्सक ने उसकी सोनोग्राफी, सिटी स्केन, एमआरआई व अन्य जांचें कराई। इसके बाद ऑपरेशन का निर्णय लिया।
रिस्की व जटिल था ऑपरेशन
डॉ. स्वामी ने बताया कि मरीज की हालत बेहद खराब थी। गुर्दे की गांठ ने पूरे पेट में फैलाव कर लिया था। लीवर, गुर्दे व शरीर के अन्य अंगों को बचाना जरूरी था। ऑपरेशन में चूक से मरीज की जान भी जा सकती थी लेकिन बेहद सावधानी से ऑपरेशन कर सवा चार किलो की गांठ निकाली। मरीज में खून की बेहद कमी थी। मरीज को ऑपरेशन से पहले छह यूनिट और ऑपरेशन के दौरान दो यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। ऑपरेशन करीब पांच घंटे तक चला। ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ. स्वामी के साथ डॉ. प्रांजल मीणा, डॉ. आयुष मित्तल, एनेिस्थसिया विभागाध्यक्ष डॉ. सोनाली, डॉ. संगीता सेठिया, डॉ. सत्यप्रकाश, डॉ. नलिनी, डॉ. दिव्या आदि शामिल थे।
ऐसा केस हजार में से एक होता है
चिकित्सकों के मुताबिक गुर्दे में इतनी बड़ी गांठ हजार में से एक मरीज में होती है। चिकित्कीय जगत की हिस्ट्री देखे तो अनुमानतया देशभर में भी तीन-चार ऑपरेशन हुए होंगे। बीकानेर के यूरोलॉजी के चिकित्सकों ने गुर्दे से इतनी बड़ी गांठ निकाल कर बड़ी उपलिब्ध हासिल की है।
इनका कहना है…
गुर्दे में गांठ के पहले भी कई बार ऑपरेशन हुए हैं लेकिन इतनी बड़ी गांठ का ऑपरेशन पहली बार हुआ है। इस तरह के ऑपरेशन जयपुर, दिल्ली में ही होते हैं। यूरोलॉजी के चिकित्सकों ने गुर्दे से सवा चार किलो की गांठ निकाल कर एक और उपलिब्ध बीकानेर के नाम की है। ऑपरेशन सफल रहा है।
डॉ. मोहम्मद सलीम, प्राचार्य एसपी मेडिकल कॉलेज
मरीज का इलाज नि:शुल्क
गुर्दे से सवा चार किलो की गांठ निकाला बड़ी बात है। यह काम यूरोलॉजी के डॉ. स्वामी व उनकी टीम ने किया है। मरीजों को पीड़ा से छुटकारा दिलाया है। मरीज का भर्ती से लेकर जांच व ऑपरेशन तक का सारा खर्च चिरंजीवी योजना के तहत सरकार ने उठाया है। मरीज अब स्वस्थ है। खाना-पीना कर रहा है। धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।
डॉ. पीके सैनी, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल