जयपुर,कांग्रेस पार्टी में नया अध्यक्ष बनने से पहले ही पार्टी के भीतर घमासान शुरू हो गया है। नए अध्यक्ष के चुनाव से पहले राहुल गांधी की मनमानी सामने आ गई है।इस बात का साफ संकेत है कि पार्टी का अध्यक्ष कोई भी हो चलेगी गांधी नेहरू परिवार की ही। अध्यक्ष बनने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राहुल गांधी के बीच घमासान शुरू हो गया है। पार्टी आलाकमान ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाने का फैसला कर लिया है। इसी बीच राजस्थान के विधायकों ने अशोक गहलोत के समर्थन में पार्टी से बगावत कर ली है। पार्टी ने प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मलिकार्जुन खड़गे को भेजकर विधायक दल की बैठक बुलाई थी। बैठक में राजस्थान के नए मुख्यमंत्री को लेकर फैसला होना था। इसी बीच पार्टी के विधायकों ने अध्यक्ष पद के चुनाव तक अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाए रखने की मांग को लेकर बगावत कर दी। खबर है कि 82 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं। राजस्थान में मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर कांग्रेस हाईकमान सख्त हो चुका है।केसी वेणुगोपाल को दिल्ली बुलाया गयापार्टी हाईकमान ने राजस्थान में चल रहे घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए केसी वेणुगोपाल को दिल्ली तलब कर लिया है। वेणुगोपाल राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल थे। उन्हें अचानक दिल्ली बुला लिया गया है। हाईकमान द्वारा राजस्थान के घटनाक्रम पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। अजय माकन और मलिकार्जुन खड़गे भी आज दिल्ली जाएंगे और पार्टी आलाकमान को सारे घटनाक्रम की जानकारी देंगे।
बैठक लिए बगैर दिल्ली जाएंगे माकन और खड़गे
कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान प्रभारी अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे को विधायक दल की बैठक लेने के लिए जयपुर भेजा था। बैठक में राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर फैसला होना था। लेकिन कांग्रेस विधायकों की बगावत के बाद राजस्थान सरकार सियासी संकट से घिर गई है। कांग्रेस के विधायकों ने मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठकर गहलोत के पक्ष में लॉबिंग करना शुरू कर दिया था। इसके बाद देर रात 92 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफे सौंप दिए हैं। देर रात यह तय हुआ था कि अजय माकन और मलिकार्जुन खड़गे विधायकों से वन बाई वन बात करेंगे। लेकिन हाईकमान के निर्देश के बाद विधायकों से बात किए गए बगैर दिल्ली के लिए रवानगी लेंगे।
पार्टी हाईकमान करेगा राजस्थान को लेकर फैसलाराजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच पार्टी हाईकमान ने तय किया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को लेकर फैसला हाईकमान ही करेगा। कांग्रेस प्रभारी अजय माकन और मलिकार्जुन खड़गे दिल्ली जाने के बाद हाईकमान को राजस्थान की सियासी घटनाक्रम की जानकारी देंगे। इसके बाद पार्टी हाईकमान राजस्थान के घटनाक्रम को लेकर खुद फैसला करेगा। केसी वेणुगोपाल को भारत जोड़ो यात्रा से दिल्ली तलब कर लिया गया है। वेणुगोपाल आज शाम सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे
मुख्यमंत्री के फेरबदल को लेकर से उठा सियासी संकटकांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर 17 अक्टूबर को चुनाव होने हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय के अध्यक्ष पद के लिए प्रबल दावेदार हैं। इसी बीच पार्टी हाईकमान द्वारा अचानक विधायक दल की बैठक बुलाए जाने के बाद राजस्थान में सियासी बवाल खड़ा हो गया। माना जा रहा है कि यह विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर बुलाई गई थी। इसी आशंका के चलते रविवार शाम से मंत्री शांति धारीवाल के घर जुटना शुरू हो गए। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे सीएमआर में विधायक दल की बैठक में इंतजार करते रहे। लेकिन कांग्रेस के विधायकों ने बगावत के सुर बुलंद कर लिए। देर रात होते-होते कांग्रेस के 82 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर जाकर अपने इस्तीफे सौंप दिए। इससे राजस्थान में सियासी संकट खड़ा हो गया है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री को लेकर हाईकमान हुआ सख्त कांग्रेस हाईकमान राजस्थान के मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर सख्त हो गया है। कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद के चुनाव होने हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले हैं। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत ही कांग्रेस के भावी मुख्यमंत्री होंगे। इसी बीच पार्टी हाईकमान के राजस्थान के मुख्यमंत्री बदले जाने के फैसले के बाद प्रदेश में सियासी संकट खड़ा हो गया है। अशोक गहलोत के समर्थक विधायक चाहते हैं कि गहलोत पार्टी अध्यक्ष बन जाए। तब तक गहलोत ही राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे। कांग्रेस विधायकों का यह भी तर्क है कि पार्टी के 102 विधायक जिन्होंने प्रदेश में सरकार को संकट में साथ दिया। उन्हीं में से किसी को मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया जाए। इस तमाम घटनाक्रम के बाद कांग्रेस हाईकमान राजस्थान के मुख्यमंत्री को लेकर सख्ती के मूड में आ गया है।