बीकानेर,बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में आयोजित एकदिवसीय कैम्पस प्लेसमेंट फेयर में 100 से भी अधिक वाणिज्य वर्ग के विद्यार्थियांे ने भागीदारी निभाई। पीएस इन्वेस्टमेंट के तत्वावधान में कैम्पस प्लेसमेन्ट शिविर में कम्पनी की टीम की ओर से भर्ती प्रक्रिया की गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि इस अवसर पर पीएस इन्वेस्टमेंट कम्पनी की एचआर हैड पूजा जैन एवं सेल्स हैड श्री दीपक व्यास अपनी टीम के साथ मौजूद रहे। डॉ. पुरोहित ने बताया कि जॉब ढूंढने के लिए विद्यार्थियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को उनकी शिक्षा के दौरान ही रोजगार के लिए तैयार करना है। डॉ. पुरोहित ने बताया कि महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय द्वारा जारी परीक्षा परिणाम में पूरे बीकानेर संभाग में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर अपनी शिक्षा कौशल को सिद्ध किया है। मैं इस बात की पूर्ण जिम्मेदारी लेता हूँ कि हमारे महाविद्यालय से उत्तीर्ण छात्र अपने जीवन की किसी भी परीक्षा में कभी भी फेल नहीं होंगे।
इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास ने विद्यार्थियों को उत्साहवर्द्धन करते हुए बताया कि गुणवतापूर्ण शिक्षा आज के रोजगारपरक समय की जरूरत है। उन्होंने दक्षता की आवश्यकता पर बल देते हुए डिजिटल इंटरेक्शन में वृद्धि पर बात की। श्री व्यास ने कहा कि प्रौद्योगिकी, इंटरनेट, सूचना, नेटवर्क और बायोटेक लहर अग्रणी है। इस शिविर में कम्पनी के प्रतिनिधियों द्वारा महाविद्यालय के रोजगार हेतु इच्छुक विद्यार्थियों की एक बहुविकल्पीय लिखित परीक्षा भी ली गई। इस परीक्षा के उपरान्त चयनित विद्यार्थियों का साक्षात्कार लिया गया। शिविर के आरंभ में महाविद्यालय की वरिष्ठ व्याख्याता एवं प्लैसमेन्ट सैल की हैड डॉ. रोशनी शर्मा ने अधिकारियों व इच्छुक विद्यार्थियों का स्वागत कर कार्यक्रम के बारे में जानकारी भी दी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, वासुदेव पंवार, डॉ. नमामिशंकर आचार्य, श्रीमती माधुरी पुरोहित, श्रीमती प्रभा बिस्सा, श्री सौरभ महात्मा, सुश्री संध्या व्यास, सुश्री श्वेता पुरोहित, सुश्री प्रियंका देवड़ा, गणेश दास व्यास, जयप्रकाश, हिमांशु, सुश्री जयन्ती व्यास, श्रीमती मंजू सोनी, अजय स्वामी, सुश्री ज्योत्सना पुरोहित, हितेश पुरोहित, शिवशंकर उपाध्याय, पंकज पाण्डे, श्री महेन्द्र आचार्य आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।