बीकानेर.पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अक्टूबर में प्रस्तावित दो दिवसीय दौरे पर अभी अंतिम मुहर नहीं लगी है। राजे की यहां 9 अक्टूबर को देशनोक और बीकानेर में जूनागढ़ के सामने सभा प्रस्तावित है। अगले दिन 10 अक्टूबर को नोखा विधानसभा के मुकाम में सभा का कार्यक्रम रखा गया है।
तीनों सभाओं के आयोजन की जिम्मेदारी स्थानीय नेताओं को सौंपी गई है, परन्तु अभी तक अंतिम कार्यक्रम पूर्व सीएम की ओर से जारी नहीं किए जाने के चलते तैयारियां शुरू नहीं की गई हैं।
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक पिछले दिनों वसुंधरा के करीबी भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री युनूस खान और राजपाल सिंह शेखावत ने देशनोक का दौरा किया था। इस दौरान पूर्व सीएम राजे के 9 अक्टूबर को देशनोक में कार्यक्रम करने की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी को सौंपी गई। इसके बाद राजे के बीकानेर आकर उसी दिन शाम को सभा करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर मंथन हुआ था। इसमें पहले सार्दुल क्लब मैदान का चयन किया गया। परन्तु बाद में सभा स्थल में भीड़ व आमजन की भागीदारी के लिए राजे के पसंदीदा स्थल जूनागढ़ के सामने का स्थान तय किया गया। सभा की व्यवस्था की जिम्मेदारी बीकानेर के एक भाजपा नेता को सौंपी गई। इसके अगले दिन पूर्व सीएम राजे का 10 अक्टूबर को मुकाम में जाम्भोजी मंदिर धोक लगाने का कार्यक्रम बनाया गया है। आयोजन को लेकर नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई से भी परनामी व शेखावत ने चर्चा की थी।
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश पर भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व की नजर है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री राजे के प्रस्तावित दौरे को लेकर संगठन की ओर से दिल्ली सूचना भेजी गई है। राजे का कार्यक्रम देशनोक और मुकाम में मेले के बाद का है। ऐसे में राजे के दौरे की स्थानीय कोर टीम को अभी सभा को लेकर अंतिम निर्णय कर सूचना नहीं भेजी गई है। राजनीति से जुड़े लोगों का कहना है कि अभी राजे के दौरे की तिथि में बदलाव भी किया जा सकता है।