जयपुर:राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने अपने 400 नए मेंबर्स के नाम की घोषणा कर दी है। एक बार फिर इसमें परिवारवाद सामने आया है। इसके अलावा आज पीसीसी के सभी सदस्यों ने बहुमत के द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष के लिए राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव पास किया है।इसको लेकर आज पीसीसी में सदस्यों की अहम बैठक बुलाई गई थी।
बता दें कि अब तक सामने आए कई नाम ऐसे हैं जो परिवारवाद के हावी होने के संकेत देते हैं। ऐसे कई नाम है जिनमें मां- बेटे, पति-पत्नी, पिता-पुत्र पीसीसी मेंबर बन चुके हैं। जैसे- सचिन पायलट और उनकी मां रमा पायलट, विधायक दिव्या मदेरणा और उनकी मां लीला मदेरणा, बद्री जाखड़ और उनकी बेटी मुन्नी गोदारा, बाबूलाल बैरवा के बेटे अवधेश बेरवा, आलोक बेनीवाल की पत्नी सविता बेनीवाल, मंत्री लालचंद कटारिया के भाई की पत्नी रेखा कटारिया, मंत्री राजेंद्र यादव के बेटे मधुर यादव पीसीसी सदस्य बने।
इनके अलावा पूर्व विधानसभा स्पीकर दीपेंद्र सिंह शेखावत और उनके बेटे बालेंदु सिंह शेखावत, मंत्री मुरारी लाल मीणा और उनकी पत्नी सांसद प्रत्याशी रही सविता मीणा, कामां विधायक के पति जलीस खान और बेटे साजिद खान, विधायक महेंद्र चौधरी व पत्नी सुनीता चौधरी, रघु शर्मा के बेटे सागर शर्मा बने सदस्य, विधायक नरेंद्र बुडानिया के बेटे अमित बुडानिया, विधायक मीना कंवर के पति उम्मेद सिंह, गिरिजा व्यास के भाई गोपाल शर्मा जैसे कई नेताओं के परिवार के सदस्य ही पीसीसी मेंबर बने।
बैठक में सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पीसीसी मेंबर्स और पदाधिकारी शामिल हुए है। सीएम गहलोत पहले ही कह चुके हैं कि राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मंशा यही है कि राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए। हालांकि, सीएम गहलोत भी खुद कांग्रेस अध्यक्ष के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष के लिए सीएम गहलोत राहुल गांधी के पक्ष में लामबंद है। हालांकि, राहुल गांधी खुद इनकार कर चुके हैं।
इस बैठक के बाद मंत्री प्रतापसिंह खारियावास ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि पीसीसी के सभी सदस्यों ने एकमत से राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के प्रस्ताव को पास किया है। इसके बाद इस प्रस्ताव को केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को सौंपा जाएगा। उल्लेखनीय है कि जलदाय मंत्री महेश जोशी और सांसद प्रत्याशी ज्योति खंडेलवाल का नाम पीसीसी की लिस्ट में शामिल नहीं बताया जा रहा है। जबकि ज्यादातर सभी विधायकों, मंत्रियों, विधायक प्रत्याशियों और सांसद प्रत्याशियों के नाम पीसीसी लिस्ट में शामिल है।