बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने शुक्रवार को क़रीब चार घंटे तक आमजन के अभाव अभियोग सुने और संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारी आमजन की परिवेदनाओं को संवेदनशीलता के साथ समयबद्ध रूप से निस्तारित करें। जिला परिषद सभागार में आयोजित जिला जन अभाव अभियोग निराकरण समिति की बैठक एवं जिला स्तरीय जनसुनवाई में जिला कलक्टर ने कहा कि जिला स्तरीय जनसुनवाई के प्रकरणों में यदि संतोषजनक जवाब नहीं आता है तो संबंधित जिला अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी । छोटे- छोटे काम के लिए परिवादी को बार-बार दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़े यह सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित करें।
ब्लाक से लेकर जिला स्तर तक सभी विभाग अपने यहां शिकायत लेकर आने वाले परिवादी को अनिवार्य रूप से रसीद दें। जनसुनवाई के दौरान रास्ता खुलवाने, नाम संशोधन और नामांतरकरण, अतिक्रमण हटवाने, फसल बीमा क्लेम दिलवाने, सहित सड़क, पानी, बिजली से जुड़े विभिन्न प्रकरण प्राप्त हुए। विभिन्न प्रकरणों की सुनवाई करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि यदि रिकार्ड रास्ते पर कब्जे की शिकायत मिलती है तो तुरंत प्रभाव से कब्जे को हटाते हुए अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत करें। रास्ता खुलवाने के प्रकरणों में यदि कोई कटानी रास्ता नियमित काम में लिया जा रहा है तो उसे राजस्व रिकार्ड में दर्ज करवाएं जिससे भविष्य में विवाद से बचा जा सके।
फ़सल बीमा का प्रीमियम भरने के बावजूद बीमा नहीं होने के प्रकरण में जिला कलक्टर ने कहा कि बैंक और बीमा कंपनी द्वारा पीड़ित को राहत दिया जाना सुनिश्चित करें। रामेश्वर लाल के प्रकरण में म्यूटेशन और खाता विभाजन की कार्यवाही के लिए तहसीलदार बीकानेर को निर्देश दिए। एक प्रकरण में निगम से एनओसी जारी होने की पत्रावली गायब होने की एफआईआर दर्ज करवाते हुए जिला कलक्टर ने मौके पर ही परिवादी को एफआईआर की कापी सौंपी।
कांता खतूरिया काॅलोनी के प्लांट नंबर 197 के पास सूरजपुरा काॅलोनी रोड पर 40 फुट आम रास्ते पर किए गए अतिक्रमण हटाने के बाबूलाल सैनी के प्रकरण के संबंध में जिला कलक्टर ने शिकायत पक्ष को नोटिस भेजकर दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। लूणकरणसर में गलत जारी पट्टे को निरस्त करते हुए जिला कलक्टर ने नये सिरे से पट्टा जारी करवाने के लिए बीडीओ को निर्देश दिए। सीवरेज और पानी की लाइन के लिकेज होने के प्रकरण में तुरंत जांच कर लाइन सही करने के लिए पीएचईडी अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए।
*प्रभारी सचिव ने की सराहना*
प्रभारी सचिव आलोक गुप्ता भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनसुनवाई से जुड़े और जिले में नियमित रूप से आयोजित हो रही त्रिस्तरीय जनसुनवाई से आमजन को मिल रही राहत की सराहना करते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में परिवादियों का जिला स्तरीय जनसुनवाई में पहुंचना जिला कलक्टर की गंभीरता को इंगित करता है। उन्होंने कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण की समीक्षा भी जिला ,उपखंड और ग्राम पंचायत स्तर की जनसुनवाई में करें, जिससे पीड़ित को समयबद्ध न्याय मिलना सुनिश्चित किया जा सके। जनसुनवाई के प्रकरण बकाया ना रहे इस पर विशेष फोकस रखें।
जनसुनवाई में डांडूसर में जमाबंदी दिलवाने,पिथरासर में अतिक्रमण हटवाने, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मूल निवास प्रमाण पत्र त्वरित गति से जारी करवाने सहित अन्य विभागों से जुड़े प्रकरण प्रस्तुत किए गए। संभागीय आयुक्त डाॅ. नीरज के. पवन भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इससे जुड़े। उन्होंने भी आमजन की समस्याएं प्राथमिकता से निस्तारित करने के निर्देश दिए और कहा कि त्रिस्तरीय सुनवाई के दौरान सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य किया जाए।
इससे पहले सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा की गई। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश, सहायक निदेशक (लोक सेवाएं) सवीना बिश्नोई, समिति सदस्य सुषमा बारुपाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।