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बीकानेर,नगर निगम की ओर से शहर में विचरण कर रही गायों को पकड़ने का अभियान लगातार जारी है. हालांकि गायों में फैल रही लंपी बीमारी के चलते अभियान थोड़ा धीमा पड़ा है. इसी बीच पकड़ी गई कुछ गायों के गायब होने का मामला सामने आया जानिए इस रिपोर्ट में…

बीकानेर. नगर निगम पिछले दो माह से शहर में घूम रहे आवारा गायों को पकड़ने का अभियान चलाए हुए है. हालांकि लंपी डिजीज के बाद इस अभियान में गायों को पकड़ने की गति थोड़ी कम हो गई है. लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसा मामला सामने आया है जिस पर अब नगर निगम भी पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है. दरअसल निगम की ओर से जिन गायों को सड़कों पर आवारा घूमते हुए पकड़ा जा रहा है, उन्हें निगम की गौशाला में छुड़वाया जा रहा है ताकि बाद में उन गायों का मालिक आकर उस गाय को जुर्माना भरकर छुड़वा सके.

पिछले दिनों में तीन-चार मामले ऐसे आए हैं जब गौवंश का मालिक निगम की गौशाला पहुंचा, तो उसे वहां अपनी गाय नहीं मिली और जब इस मामले में निगम के आला अधिकारियों और आयुक्त तक शिकायत पहुंची, तो उसके बाद गौशाला में तैनात ठेकेदार कार्मिकों ने इन गायों को वापस मालिक को लौटाया. पूरे मामले में नगर निगम आयुक्त गोपाल राम से सवाल किया गया, तो वे भी इसे टालते हुए इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश में नजर आए.हालांकि उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि गाय वहां से गायब हुई थी, लेकिन अब उन गायों को मालिकों को लौटा दिया गया है. ठेकेदार के कार्मिकों द्वारा उसे गोचर में चरने के लिए छोड़ देने की बात कहते हुए आयुक्त गोपालराम ने मामले में पर्दा डालने की कोशिश की. खुद उन्होंने भी इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि ऐसा सामने आने पर वहां मौजूद ठेकेदार और उसे कार्मिकों को भविष्य में इस तरह की लापरवाही नहीं होने, साथ ही पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाने की चेतावनी भी दी गई है. हालांकि इस पूरे मामले में जब उनसे अमानत में खयानत होने को लेकर सवाल किया गया, तो सीधे तौर पर उन्होंने गायों के वापस मिल जाने और इस मामले के खत्म होने की बात कहते हुए इसे टाल दिया.

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