बीकानेर, ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में गत माह की उपलब्धियों के आधार पर मंगलवार को जिले की रैंकिंग जारी की गई। इसमें श्रीकोलायत पंचायत समिति को पहला और पूगल को दूसरा स्थान हासिल हुआ, जबकि गत रैंकिंग में पूगल पहले और श्रीकोलायत दूसरे स्थान पर था। इसी प्रकार खाजूवाला ने पिछले माह की स्थिति को बरकरार रखते हुए इस बार भी तीसरा स्थान हासिल किया और बीकानेर पंचायत समिति लगातार दूसरे महीने सबसे निचले पायदान पर रही।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास, पंचायत राज और जलग्रहण विकास से संबंधित बैठक में यह जानकारी दी गई। जिला कलक्टर ने श्रीकोलायत पंचायत समिति को चल ट्रॉफी प्रदान की। वहीं रैंकिंग में क्रमशः सातवें, आठवें और नौंवे स्थान पर रही नोखा, लूणकरणसर और बीकानेर पंचायत समिति के कार्यों पर असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यों के समयबद्ध क्रियान्वयन में किसी प्रकार की ढिलाई असहनीय होगी। निचले पायदान पर रहने वाली पंचायत समितियां अपने कार्यों का आकलन करें और रैंकिंग में सुधार लाएं। उन्होंने कहा कि यदि किसी एक पंचायत समिति के कारण जिले की रैंकिंग प्रभावित होती है, तो इसे सहन नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के कार्यों को समय पर पूर्ण किया जाए। साथ ही कार्यों की यूसी-सीसी भी समय पर उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में मनरेगा के तहत चारागाह विकास के 19, खेल मैदान विकास के 10 तथा मॉडल तालाब के 18 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इन कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने सांसद एवं विधायक निधि के लंबित कार्यों की समीक्षा भी की।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, राजीव गांधी जल संचय योजना, स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना, महात्मा गांधी ग्रामीण जन भागीदारी विकास योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, एफएफएसी-एसएफसी और नवसृजित ग्राम पंचायत भवन निर्माण से संबंधित बिंदुओं की चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने सभी योजनाओं के तहत पंचायत समिति वार किए गए कार्यों की समीक्षा की।
इस दौरान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता राजेन्द्र मीणा, जलग्रहण के अधीक्षण अभियंता भूप सिंह, मनरेगा के अधिशाषी अभियंता धीर सिंह गोदारा सहित विकास अधिकारी अन्य अधिकारी मौजूद रहे।