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श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर श्रीडूंगरगढ़,इन्टोस ने प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया श्रीगंगानगर। इंटलेक्चुअल ग्रुप ऑफ सैन (इन्टोस) के बैनर तले समाज के बुद्धिजीवियों के प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन में शिक्षित और संगठित बनने पर जोर दिया गया। केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत एवं पूर्व अध्यक्ष मोहन मोरवाल ने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षित और संगठित होना आवश्यक है साथ ही महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने की भी जरूरत है। गहलोत एवं मोरवाल ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने, तथा प्लास्टिक के कम से कम इस्तेमाल करने की अपील भी की। राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान महेंद्र गहलोत को नन्दा पुरस्कार तथा श्रीमती बबीता को नारायणी शक्ति पुरस्कार प्रदान किए गए।

इन्टोस की कार्यकरिणी सदस्य, राज्य कर की सहायक आयुक्त श्रीमती नीतू सैन ने बताया कि राष्ट्रीय सम्मेलन में देश को वैश्विक शक्ति बनाने में क्या अवसर तथा चुनौतियां है तथा बदली परिस्थितियों में सैन समाज की भूमिका विषय पर यूनियन बैंक के एजीएम पी. के. निर्वाण, खान विभाग के डीएम मुकेश राठौड़ एवं अन्य वक्ताओं ने विचार रखे। शिक्षा, रोजगार, तकनीकी शिक्षा, युवाओं की भूमिका आदि पर देश के कई राज्यों से आए हुए बुद्धिजीवियों ने चर्चा की।
राष्ट्रीय सम्मेलन को सफल बनाने मेें इन्टोस की कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती नीतू सैन, डॉ. देवदीपक जाखड़, कृष्ण गहलोत, सोम सैन, संजय भाटी, मुकेश टाक, सुभाष सैन, राकेश मोयल, कुलदीप सैन, सुरेंद्र टोकसिया, रामेश्वर चायल, ओमप्रकाश भोल्यान, रोहताश चायल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बीकानेर के रामदयाल भाटी, मध्यप्रदेश के विहान, उत्तरप्रदेश के अमितेश, सुरेंद्र सैन, सैन विकास पत्रिका के सौभाग सेन आदि ने भी राष्ट्रीय सम्मेलन में विचार रखे। इंटोस की ओर से श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले के प्रतिभावान विद्यार्थी मयंक मोयल, राहुल जाखड़, मानसी, मयंक एवं कल्पना को सम्मानित भी किया गया। प्रारम्भ में मां सरस्वती एवं सैन जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया। राष्ट्रीय सम्मेलन में देश भर से आए हुए 100 से अधिक बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।

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