बीकानेर,राजस्थान में पुलिसकर्मियों की रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा की वजह से परिवहन विभाग को करीब साढे तीन करोड़ का घाटा हुआ है. पुलिसकर्मियों को रियायती पास पर नि:शुल्क यात्रा के चक्कर में रोडवेज को साढ़े तीन करोड़ का घाटा हुआ तो उसने कई बैरियर लगा दिए.रोडवेज ने सरकार से पास के लिए राशि बढ़ाने की मांग तो लंबे समय से मामला अटका रहा. अब जाकर सरकार ने रोडवेज की बात मान ली है और पुलिसकर्मियों के यात्रा पास की राशि में दो सौ रूपए बढ़ा दिए है. वहीं दूसरी ओर पुलिसकर्मी बढ़ी हुई राशि से सहमत नहीं हैं.
दरअसल, राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल से निरीक्षक तक के पुलिसकर्मियों को रोडवेज बसों में रियायती दर पर नि:शुल्क यात्रा पास जारी किए जाते हैं. इस पास के लिए पुलिसकर्मियों के वेतन से 200 रुपए और राज्य सरकार की ओर से अंशदान के रूप में 100 रुपए रोडवेज को दिए जा रहे हैं. यात्रा पास जारी करने के बाद से ही राजस्थान पुलिस और रोडवेज के बीच राशि को लेकर खटपट शुरू हो गई. योजना शुरू होने के कुछ समय बाद ही रोडवेज ने राशि कम होना बताकर इस पर पुनर्विचार के लिए पत्र लिखे.रोडवेज ने पास योजना में विभाग को घाटा होना बताकर राशि बढ़ाने की मांग की. वहीं, पुलिस मुख्यालय ने रोडवेज की इस मांग को स्वीकार नहीं किया. दोनों ही विभागों के बीच खटास बढ़ी तो मामला सरकार के पास पहुंचा.
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 5 जून 2020 को पुलिसकर्मियों के आने-जाने के लिए रोडवेज बसों में स्थायी पास की योजना शुरू करने की घोषणा की थी. एक जनवरी 2021 से कांस्टेबल से इंस्पेक्टर तक पुलिसकर्मियों को साधारण व द्रुतगामी बसों में निशुल्क यात्रा सुविधा शुरू की गई. योजना के शुरुआती महीने में रोडवेज को 69 लाख 32 हजार का फायदा हुआ लेकिन अगले महीने में 24 लाख 38 हजार का घाटा हो गया. इसके बाद रोडवेज प्रशासन ने एक बस में अधिकतम पांच पुलिसकर्मी, राज्य सीमा में ही अंतरराज्यीय सीमा का किराया वसूना सहित कई अन्य बैरियर लगा दिए.
इसके बाद रोडवेज प्रशासन ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर पुलिसकर्मी पास की राशि 300 से बढ़ाकर 500 रुपए करने की मांग की. पुलिस मुख्यालय ने इतनी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के यात्रा नहीं करने का हवाला देते हुए अंशदान बढ़ाने से इनकार कर दिया. इसके बाद रोडवेज प्रशासन ने गृह विभाग से इस राशि को बढ़ाने का हवाला दिया. रोडवेज का तर्क था कि वर्ष 2016 से रोडवेज के यात्री किराए में बढ़ोत्तरी नहीं की गई जबकी डीजल दरें लगातार बढ़ रही हैं. पुलिसकर्मियों मासिक पास से 1 जनवरी 2020 से मार्च 2022 तक रोडवेज को 3 करोड़ 56 लाख का घाटा हो चुका है. दूसरी ओर पुलिस का तर्क है कि 10 मई 2021 से 9 अक्टूबर 2021 तक रोडवेज बसों का संचालन बंद रहा.