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बीकानेर, जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की साध्वीश्री मृृृगावतीजी, साध्वीश्री सुरप्रिया व साध्वीश्री नित्योदया के सान्निध्य गुरुवार को रांगड़ी चैक के सुगनजी महाराज के उपासरे में मास खमण तपस्या करने वादे तपस्वी कन्हैयालाल भुगड़ी व चिराग सुराणा का उपासरा ट्रस्ट व चातुर्मास व्यवस्था समिति की ओर से अभिनंदन किया गया। पूर्व में गाजे बाजे से दोनों तपस्वियों की प्रमुख जैन मंदिरों व जैन बहुल्य मोहल्लों से होते हुए शोभायात्रा निकली।
श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ श्रीसंघ, श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के तत्वावधान में 31 दिन की चैविहार (बिना अन्न जल) के तपस्या करने वाले कन्हैयालाल भुगड़ी, चिराग सुराणा की शोभायात्रा (वरघोड़ा) रांगड़ी चैक से रवाना होकर नाहटा चैक के आदिश्वरजी मंदिर, भुजिया बाजार के चिंतामणिजी मंदिर सहित विभिन्न जिनालयों, जैन बाहुल्य मोहल्लों से होते हुए वापस सुगनजी महाराज के उपासरे पहुंची। शोभायात्रा में भगवान शांतिनाथ की प्रतिमा विशेष रथ पर थीं। बैंड पार्टी नवंकार महामंत्र की धुन बजा रहा थीं वही ढोल व तासों के साथ श्रावक-श्राविकाएं तपस्वी अमर रहे, तपस्या करने वालों को धन्यवाद’’ ’’ चंदन की दो चैकियां पुष्पन के दो हार, चंदन भरियो बाटको पूजो नैन कुमार’’ व ’’ जिन शासन देव की जय’’ का जयकारा लगा रहे थे। तपस्वियों ने जिनालयों में लड्डू चढ़ाएं तथा वंदना की। सजे संवरे घोड़े, एक घोड़े पर सवार पंचरंगी जैन ध्वज लिए हुए जिन शासन की शोभा में श्रीवृृद्धि कर रहा था।
सुगनजी महाराज के उपासरे में श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा व चातुर्मास समिति संयोजक निर्मल पारख, भीखमचंद बरड़िया, मनोज बैद, कंवर लाल खजांची, हस्तीमल सेठी, पूनमचंद नाहटा व राजेन्द्र लूणियां व विचक्षण महिला मंडल आदि ने तपस्वियों को प्रशस्ति पत्र, स्मृृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। श्राविकाओं ने मंगलगीत गाकर तपस्या की अनुमोदना की। बाड़मेर के चन्द्र प्रकाश छाजेड़, राजनांदगांव के किशन गोलछा, रायपुर के नितेश ओसवाल व सिद्धार्थ मुकीम ने अपने भावों के माध्यम से तपस्वियों का अभिनंदन किया। वीर मंडल के मनोज वैद, कुशल दुग्गड़ आदि ने तपस्या के भक्ति गीत पेश किए।
साध्वीश्री मृृगावती श्री ने कहा कि तप से कर्मों की निर्जरा होती है। तपस्या से आत्मा का परमात्म स्वरूप प्रकट होता है। जैन समाज की तपस्या व प्रतिक्रमण आदि पूर्ण वैज्ञानिक है। शारीरिक, मानसिक व आत्म उन्नति होती है। अभक्ष्य व रात्रि भोजन का त्याग करें ।
उदयरामसर मेला आज, साध्वीवृृंद पहुंची
उदयरामसर की दादाबाड़ी में श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में श्री सकल जैन संघ के सहयोग से शनिवार को भक्ति संगीत के साथ दादा गुरुदेव की पूजा व उसके बाद सामूहिक प्रसाद का आयोजन होगा। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारिवाल ने बताया कि साध्वीश्री मृृगावतीश्री, नित्योदयाश्री व सुरप्रियाश्री शुक्रवार सुगनजी महाराज के उपासरे से विहार कर उदयरामसर पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि मेले की तैयारियों को पूर्ण कर लिया है। अनेक श्रावक-श्राविकाएं पैदल, ऊंट गाड़ों व विभिन्न वाहनों से दादाबाड़ी पहुंच गए है। श्रावक-श्राविकाओं के विश्राम आदि की व्यवस्था की गई है। मेला स्थल पर अनेक स्टाॅले लगी है। विशेष रोशनी की गई है।
दिगम्बर जैन समाज का दशलक्षण धर्म पर्व संपन्न
ुुुु मंदिरों में पूजा व प्रक्षाल, सामूहिक क्षमापना आज
बीकानेर, 9 सितम्बर। दिगम्बर जैन समाज का दशलक्षण धर्म पर्व शुक्रवार को पुरानी जेल रोड पर स्थित श्री दिगम्बर जैन नसियांजी व भुजिया बाजार क्षेत्र के मथैरणों के चैक में स्थित श्री दिगम्बर जैन समाज श्री भगवान पाश्र्वनाथ बड़ा मंदिर में पूजा व प्रक्षाल के साथ संपन्न हुआ। शनिवार को दिगम्बर जैन नसियाजी में सामूहिक क्षमापना दिवस मनाया जाएगा। दशलक्षण धर्म पर्व के दौरान अनेक श्रावक-श्राविकाओं ने उपवास, बेला, तेला व श्रीमती रींकु जैन ने दस दिन की तपस्या की ।
श्री दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विनोद जैन व मंत्री धनेश जैन ने बताया कि भगवान महावीर, सुपाश्र्वनाथ, भगवान पाश्र्वनाथ, चंदा प्रभु की प्रतिमाओं का अष्टद्रव्य से पूजा प्रक्षाल, जैन आगम के मंत्रों व भक्ति गीतों के साथ दिगम्बर जैन परम्परा के अनुसार किया गया। विधिकारक जयपुर के विपल्व जैन ने दशलक्षण धर्म व जैन धर्म में अनंतचतुर्दशी के महत्व को उजागर किया। गुड़ा थर्मल प्लांट के प्रबंधक, न्यायाधीश व बीकानेर में कार्य कर रहे दिगम्बर जैन समाज के अनुयायियों ने स्थानीय दिगम्बर जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओं के साथ उत्साह से पूजा व प्रक्षाल में भक्ति भाव के साथ हिस्सा लिया।

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