बीकानेर, बंजर भूमि चारागाह विकास समिति की बैठक शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
इस अवसर पर जिला प्रमुख ने कहा कि चारागाह विकास के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से लिया जाए। यह हमारी परिस्थतिकी से जुड़ा विषय है। इससे पशुओं के लिए पौष्टिक आहार मिलेगा। वहीं राजीविका के स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक स्वावलंबन की ओर अग्रसर करता है। उन्होंने कहा कि चारागाह भूमि को अतिक्रमण से बचाने के लिए सतत प्रयास करने होंगे।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. कहा कि जिले में चारागाह विकास कार्यों का नियमित पर्यवेक्षण किया जाए और इसका नियमित फीडबैक भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
अधिशासी अभियंता (ईजीएस) धीर सिंह गोदारा ने चारागाह विकास कार्यों की स्वीकृति व इससे जुड़ी तकनीकी जानकारी से अवगत करवाया।
एफईएस प्रतिनिधि डिम्पल कुमारी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिला, ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तरीय समितियों, इनके कर्तव्य और कार्यप्रणाली से अवगत करवाया। उन्होंने ग्राम स्तर की कमेटियों को सशक्त बनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर विकास अधिकारी, प्रधान, सरपंच और स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।