बीकानेर, जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की साध्वीश्री मृृगावतीजी, साध्वीश्री सुरप्रिया व साध्वीश्री नित्योदया के सान्निध्य गुरुवार को सुबह सवा नौ बजे से सवा दस बजे तक रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में साध्वीवृंद श्रावक-श्राविकाओं को भक्ति गीतों व व्याख्यान के साथ शत्रुंज्य भाव, भक्ति यात्रा करवाएंगी। शुक्रवार को सुबह आठ बजे (चौविहार बिना पानी के) 31 दिन की तपस्या करने वाले कन्हैयालाल भुगड़ी व चिराग सुराणा की शोभायात्रा निकलेगी।
श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा व चातुर्मास समिति संयोजक निर्मल पारख ने बताया कि व्याख्यान व भजनों के माध्यम से शत्रुंज्य तीर्थ यात्रा के दौरान भगवान आदिनाथ, शंखेश्वर पार्श्वनाथ व विमलनाथजी आदि तीर्थंकरों का स्मरण, भक्ति भाव से वंदन किया जाएगा। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ श्रीसंघ, श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के तत्वावधान में 31 दिन की तपस्या करने वाले कन्हैयालाल भुगड़ी, चिराग सुराणा की शोभायात्रा सुबह आठ बजे उपासरे से रवाना होकर नाहटा चौक के आदिश्वरजी मंदिर, भुजिया बाजार के चिंतामणिजी मंदिर सहित विभिन्न जिनालयों, जैन बाहुल्य मोहल्लों से होते हुए वापस सुगनजी महाराज के उपासरे पहुंचेंगी, जहां दोनों तपस्वियों का अभिनंदन किया जाएगा।
रानी बाजार के गुलगुलिया निवास पर बुधवार को भक्तामर पाठ, दादा गुरु इकतीसा के बाद भक्तामर प्रसारिका साध्वीश्री मृगावतीश्रीजी ने नवंकार महामंत्र, देवी पद््मावती, भगवान पार्श्वनाथ के मंत्रों का सामूहिक जाप करवाया। साध्वीजी ने राम भक्त हनुमान का उदाहरण देते हुए कहा कि सुख, समृद्धि, पद पर कभी अहंकार नहीं करना चाहिए। उन्होंने जीवदया के तहत गौमाता की रक्षा के लिए अपनी सम्पति का विसर्जन करने का सुझाव दिया। साध्वीजी का सुश्रावक झंवर लाल गुलगुलिया परिवार के संजय, विनीत, कंचन देवी, नीमा,प्रीति, हर्ष, मुस्कान, रोमेल व तनसी आदि ने साध्वी मृगावतीश्रीजी का वंदन अभिनंदन किया।