बीकानेर,नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बिगुल बजाने वाले राकेश टिकैत ने कहा है कि न्यूनतम खरीद मूल्य (एमएसपी) के लिए देशभर में बड़ा आंदोलन होगा। इसके उन्हो ंने विपक्ष की भूमिका का महत्वपूर्ण बताते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला। टिकैत यहां पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के यहां उनकी माताजी के निधन पर शोक व्यक्त क रने आए थे। बाद में पत्रकारों से बातचीत में टिकैत ने कहा कि किसान को फसल खरीद के लिए न्यूनतम खरीद मूल्य तय करना ही होगा। केंद्र सरकार को एमएसपी के लिए नए सिरे से नियम बनाने होंगे, ताकि किसान को उचित मूल्य मिल सके। वर्तमान एमएसपी से किसान का शोषण हो रहा है। बाजरा, मूंगफली, सरसों की खरीद एम एसपी पर होनी चाहिए। व्यापारी पहले फसल खरीदकर उसे होल्ड करता है, फिर बड़ी कीमत पर बेचता है। सरकार ने हाइवे निकालते हुए दो सौ मीटर में कोई दुकान नहीं खोलने की शर्त के खिलाफ लडऩा होगा। छोटे दुकानदार भी खतरे में है, उन्हें भी अपनी लड़ाई लडऩी होगी। उन्होंने कहा कि आने वाला समय छोटे दुकानदारों के एक जुट होने का है। सबसे ज्यादा खतरा इन्हीं दुकानदारों पर आने वाला है। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील,श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारी महिया,पूर्व गृहराज्य मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल,डेयरी के अध्यक्ष नोपाराम जाखड़,डॉ विवेक माचरा,रामनिवास विश्नोई,शिवदान मेघवाल सहित अनेक वक्ताओं ने विचार रखे।
विपक्ष एकजुट हो
टिकैत ने कहा कि विपक्ष वाले भी कई प्रधानमंत्री बनना चाह रहे हैं। लेकिन कोई लडऩा नहीं चाह रहा है। जब तक लड़ाई नहीं लड़ेंगे तब तक ऐसा ही होता रहेगा। ईडी और सीबीआई केंद्र सरकार की कठपुतली की तरह काम कर रही है। विपक्ष को भी इससे परेशान होना ही पड़ेगा।
इन मुख्य मुद्दों पर है महापंचायत
– न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गांरटी कानून लागू हो
– बिजली संशोधित बिल 2022 पर रोक लगे
– दूध व अन्य खाद्य पदार्थ जीएसटी मुक्त हों और दूध का लाभकारी मूल्य तय हो
– फसल बीमा का उचित मुआवज़ा समय पर मिले
– स्थानीय मुद्दों में भड़ाण व डूँगरगढ़ क्षेत्र को नहर से जोड़ा जाए
– श्रीडूंगरगढ़ बीदासर सड़क पर रेल ऑवर ब्रिज बने
– नहरी क्षेत्र में रेग्यूलेशन को नियमित हो
– अग्निपथ/अग्निवीर योजना रद्द हो