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बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान बीकानेर एवं गीताभवन रामनाम स्तम्भ ऋषिकेश के संयुक्त तत्वाधान द्वारा  “श्रीमद् भागवत सप्ताह कथा आयोजन वाचन ” कथा स्थल “ऋषिकेश गीताभवन स्थित रामस्तंम्भ” पर बालसंत श्रीछैल बिहारी जी महाराज के मुखारविंद से भागवत कथा वाचन किया जा रहा। आज “भागवत कथा मे ‘कृष्ण के नंद गांव पंहुचने पर रामस्तंम्भ मंच पंङाल मे नंदोत्सव मनाया गया। नंदोत्सव का महत्व बताते हुए बालसंत श्रीछैल बिहारी ने पूतना का उद्धार,बाल लीलाएं, माखनचोरी लीला, शकटभंजन,कालियानाग की कथा चीरहरण लीला, कालिया मर्दन,एवं अनेक असुरों के वध की लीलाओ के अनेक प्रसंगो की विस्तृत व्याख्या कर बतलायी। तत्पश्चात इंद्र के कोप की कथा और भगवान गिरिराजधरण प्रसंग की विस्तृत व्याख्या कर भगवान गिरिराज के छप्पन भोग का प्रसाद भी चढ़ाया गया। बालसंत ने बताया कि श्रीमद् भागवत कलयुग में जीवात्माओं के लिए ऐसी औषधि है, जिसको शरण चिंतन मनन पानकर जीवन में अंगीकार किया जाए। तो प्रत्येक व्यक्ति का जीवन संस्कार में बन सकता है। जीवन जीने की अद्भुत कला सिखाने वाला दिव्य शास्त्र है। श्रीमद् भागवत सप्ताह कथा संसार के जीवमात्र के कल्याण का अनुपम शास्त्र है श्रीमद् भागवत कथा। तत्पश्चात संस्थान के अनिल पारीक ने बताया की.. कथा मैं मुंबई अकोला इचलकरंजी नांदेड़ से बालसंत श्रीछैल बिहारी जी महाराज के महाराष्ट्र से करीब 50 से अधिक श्रद्धालुओं के रूप मे कथा श्रवण करने हेतु आए यजमान परिवारों द्वारा कथा में समस्त प्रकार की व्यवस्थाएं सुलभ कराई जा रही है। कथा के पांचवे दिवस कथा आरंभ में भागवत एवं व्यास तिलक पूजन आरती डॉक्टर सुषमा देवी मालती देवी संगीता देवी शोभा देवी राम बिहानी परिवार द्वारा करवाया गया कथा में सेवा हेतु सीमा पुरोहित अनिल सविता पारीक राधेश्याम नागल नितेश कुमार आसदैव सेवा प्रभार संभाले हुए है।।

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