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बीकानेर फ्रूटी शराब के नाम से अंचल में बिक रही है, देसी शराब से भी सस्ती, 180 एमएल टेट्रा पैक सिर्फ 100 रुपये

– राजस्थान में इसकी कीमत है केवल 70 रुपये

ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। अंचल के अवैध शराब के अड्डों पर देसी व कच्ची शराब से ज्यादा राजस्थान से टेट्रा पैक में आ रही रायल व्हिस्की की डिमांड काफी बढ़ गई है। शराब के शौकीनों में यह शराब फ्रूटी शराब के नाम से चर्चित है। हजीरा थाना पुलिस ने पहली बार पवन झा को 30 ट्रेटा पैक व्हिस्की के साथ पकड़ा है। एक पैक में 180 एमएल है। शराब का क्वाटर भी 180 एमएल का आता है।अवैध शराब के अड्डे पर एक टेट्रा पैक की कीमत 100 रुपये है। जबकि राजस्थान में इसका सरकारी रेट 70 रुपये है। यह शराब देसी शराब भी सस्ती है, और इसे कैरी करना भी आसान है। हजीरा थाना पुलिस आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

सीएसपी रवि भदौरिया व हजीरा थाना प्रभारी आलोक सिंह परिहार को सूचना मिली थी कि राजस्थान की टेट्रा पैक में रायल व्हिस्की की सप्लाई शराब के अवैध अड्डों पर की जा रही है। इस सूचना पर एएसआइ शैलेंद्र सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक हरी प्रताप सिंह चौहान, महेश लौधी, आरक्षक जनक सिंह, हेंमत, गिरजा शंकर मुदगल की टीम को लगाया गया। इस टीम को सोमवार की रात को सूचना मिली की सुभाषनगर निवासी पवन झा राजस्थान की टेट्रा पैक में अवैध रायल व्हिस्की फ्रूूटी शराब के नाम से बेच रहा है। इस सूचना पर रात को घेराबंदी कर पवन झा को पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपित के पास से मिले थैले में अवैध शराब के 30 टेट्रा पैक मिले हैं। इस पैकेट में लिखा अवश्य व्हिस्की है। पैकेट के अंदर माल्ट संतरा है। इस पैकेट पर साफ लिखा हुआ कि यह शराब केवल राजस्थान में बेची जा सकती है। इसके अलावा स्वास्थ्य के लिए घातक, इसे पीकर वाहन ड्राइव नहीं करें। यह चेतावनी भी अंकित है।

फ्रूटी शराब की भारी डिमांड- अवैध शराब के टेट्रा पैक के साथ पकड़े गए पवन झां ने बताया कि शहर में फ्रूटी शराब (राजस्थान की रायल व्हिस्की की काफी डिमांड है। क्योंकि इसकी कीमत लाइसेंसी शराब के ठेके से मिलने वाले देसी के क्वार्टर से भी कम हैं। और यह शराब देसी मसाला शराब के बराबर नशा देती है। अवैध शराब के अड्डों से यह शराब काफी मात्रा में बिक रही है। क्योंकि इसे परिवहन करना भी आसान भी है। थैले में 40 से 50 पैकेट ले जाए सकते हैं। टूटने फूटने का भी डर नहीं है। लोग इन्हें फ्रूटी कै पैकेट समझते हैं।

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