बीकानेर,रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में शनिवार को साध्वीश्री मृगावती ने प्रवचन में कहा कि गुड, ग्रेट व गोड बनने के लिए प्रयास व पुरुषार्थ करें। दूसरों के दुःख व पीड़ा को देखकर दुःख तथा दूसरे को सुखी देखकर सुख महसूस करें।
उन्होंने कहा कि लोगों को अच्छा दिखने के लिए अच्छा नहीं बनें। अपितु बाह््य व आंतरिक भाव, क्रिया से अच्छा बने। अच्छा बनने के लिए महापुरुषों के आदर्शों से प्रेरणा लें। जो अच्छा बनता है वही महान और गोड बनता है। अच्छे लोग दूसरों के प्रति भावों में उदारता, भव्यता व प्रेम रखते है तथा आत्मा-परमात्मा को सर्वोपरि मानते हुए कार्य व व्यवहार करते हैं। सुख, वैभव, एश्वर्य व रिद्धि-सिद्धि होने पर भी अनासक्त भाव रखते हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे के दुःख व पीड़ा को देखकर खुश होने वाले कभी अंतर से खुश नहीं हो सकतें। पीड़ित के प्रति दया, करुणा के भाव रखें, तथा सबके कल्याण का हितचिंतन करें। दूसरों के प्रति उत्तम भाव रखने वाले का जीवन उत्तम होता है। दूसरे के प्रति राग,द्वेष व घृणा का भाव नहीं रखे।
शंखेश्वर पार्श्वनाथ का जाप पूर्ण,शोभायात्रा आज
साध्वीश्री मृगावती, सुरप्रिया व नित्योदायाश्रीजी के सान्निध्य रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में चल रहे भगवान शंखेश्वर पार्श्वनाथ के जाप की पूर्णाहूति पर रविवार को सुबह सवा दस बजे शोभायात्रा निकलेगी । सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा ने बताया कि लक्ष्य सवा करोड़ मंत्र जाप का रखा गया लेकिन श्रावक-श्राविकाओं ने दो करोड़ मंत्रों का जाप कर अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। शनिवार को सुश्राविका श्रीमती शशि नाहटा पत्नी सेवाभावी, सुश्रावक श्रीपाल नाहटा ने नौ इंच की अभिमंत्रित, भगवान पार्श्वनाथ की बोली के माध्यम से अपने निवास पर प्रतिष्ठित करने का लाभ प्राप्त किया। शोभायात्रा गाजे बाजे के साथ सुगनजी महाराज के उपासरे से श्रीसंघ के साथ रामपुरिया मोहल्ले में स्थित श्रीपाल-भीखमचंद नाहटा निवास पर ले जाकर प्रतिष्ठित की जाएगी।