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जयपुर। जालौर में पानी पीने के कारण एक शिक्षक द्वारा बच्चे की पिटाई करने से हुई मौत पर रविवार को संयुक्त अभिभावक संघ ने राज्य सरकार पर कई गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि ” देश को गुमराह करने के लिए आजादी का जश्न मनाया जा रहा है, जबकि हकीकत में प्रदेश में ना छात्र सुरक्षित है ना छात्राएं सुरक्षित है। ” आजादी का जश्न पूरी तरह से धोखा है। शिक्षा के मंदिरों तक मे धर्म, जाति के आधार पर बच्चों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। आजादी से पहले अंग्रेजो ने देश मे जातिवाद का जो बीज बोया था, वह आजादी के 75 वर्ष बाद भी बरकरार है।

संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देने और आपसी भेदभाव को दूर करने को लेकर शिक्षा के मंदिरों का निर्माण किया किन्तु आज यही शिक्षा के मंदिर केवल बिजनेश का माध्यम बनकर रह गए है। जिसको देश के नेता और माफियां मिलकर चला रहे है। लेकिन लोगों को गुमराह करने को लेकर षड्यंत्र के तहत स्कूलों में बच्चियों के साथ दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है, कही बच्चों को जाति के आधार पर मार-पिटाई की जा रही है तो कही शिक्षकों द्वारा पानी के लिए बच्चों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। कोटा के एलन इंस्टिट्यूट में जनवरी 2022 से अब तक दर्जनों बच्चें आत्महत्या कर चुके है किंतु ना सरकार ने कोई कार्यवाही की ना प्रशासन ने कोई कार्यवाही की जिससे साफ झलकता है कि देश के आम नागरिक को आजादी के जश्न में उलझाकर गरीबों और मध्यमवर्गीय परिवारों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

*यह कैसी आजादी जहां सुप्रीम कोर्ट तक के आदेश का सम्मान नही*

संघ प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा कि देश के यह कैसी आजादी है और कैसा आजादी का जश्न है। निजी स्कूलों की फीस को लेकर 03 मई 2021 को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था किंतु राजस्थान सरकार और शिक्षा विभाग ने आजतक सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना नही करवाई, जबकि 30 जुलाई 2021 को संयुक्त अभिभावक संघ ने शिक्षा संकुल पर प्रदर्शन किया था और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना करने की मांग की थी, किन्तु शिक्षा विभाग ने अभिभावकों की मांग तो सुनी नही उल्टे पुलिस को बुलवाकर 7 अभिभावक प्रतिनिधियों को झूठे आरोपों में गिरफ्तार करवा दिया और संकुल पर मौजूद 300 से अधिक अभिभावकों पर लाठीचार्ज करवा कर खदेड़ दिया।

*जालौर में दलित बच्चें की हत्या के दोषी शिक्षक को बर्खास्त करें सरकार, शिक्षक की सारी संपत्ति मृतक बच्चे के परिवारों को दिलवाए सरकार*

उपाध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि जालौर में बच्चें के साथ हुई घटना झकझोर देने वाली है, केवल पानी पीने पर एक शिक्षित शिक्षक ऐसा व्यवहार बच्चों के साथ कैसे कर सकता है। आरोपी शिक्षक को तत्काल बर्खास्त करें और अन्य स्कूलों में भी ऐसे शिक्षकों की पहचान कर उन्हें बर्खास्त करें सरकार। साथ ही जालौर घटना के आरोपी शिक्षक की सारी संपत्ति जब्त कर मृतक बच्चे के परिवार को दिलवाई जाए।

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