बीकानेर.रक्षाबंधन की पूर्व संध्या को बगल में कपड़ों की पोटली दबाए सड़क पर भटक रही मानसिक विमंदित महिला को पुलिस ने बहन मान न केवल थाने में आश्रय दिया, बल्कि उसका आदर सत्कार भी ठीक उसी तरह किया, जैसे रक्षाबंधन पर पीहर आई बहन का होता है। महिला की आवभगत सदर थाना पुलिस ने की। महिला को अपनाघर व नारी निकेतन में भेजना चाहा, लेकिन रात का समय होने के कारण उसे नहीं रखा गया। तब पुलिस ने उसे थाने के एक वेटिंग रूम में बड़े आदर के साथ रखा।
बुधवार रात करीब पौने दो बजे सदर थाने के एएसआइ कोचर सिंह गश्त पर थे। तभी उन्हें अंबेडकर सर्किल पर एक महिला मिली, जिसने बगल में कपड़ों की पोटली बांध रही थी। उन्होंने महिला के साथ किसी तरह की अनहोनी न हो, इसलिए रोककर इतनी रात को घर से बाहर आने का कारण पूछा, तो वह कुछ बता नहीं पाई, बल्कि रोने लगी। तब उन्होंने महिला को ढांढस बंधाया और चाय पिलाई। इसके बाद महिला को अपना घर आश्रम व नारी निकेतन में छोड़ने गए, लेकिन नियमों का हवाला देकर महिला को वहां पर रखने से इनकार कर दिया गया। तब उन्होंने उच्चाधिकारियों को पूरी बात बताई और महिला को थाने के वेटिंग हॉल में ही बड़े आदर-सत्कार के साथ रखा।
सदर पुलिस ने गुरुवार सुबह महिला को खाना खिलाया। एक ड्रेस दिलवाई। बाद में सामाजिक कार्यकर्ता आदर्श शर्मा को बुलाकर पूरी बात बताई। इसके बाद शर्मा महिला को एडीएम सिटी पकंज के पास ले गए। उन्होंने महिला को नारी निकेतन में रखने संबंधी बात की। तब जाकर दोपहर बाद महिला को नारी निकेतन परिसर िस्थत संचालक सेवा आश्रम में रखा जा सका
सदर सीआइ विकास बिश्नोई ने बताया कि महिला ने पूछताछ में अपना नाम रचना उर्फ पूजा पुत्री सुभाष वाल्मीकि तथा हिसार की रहने वाली बताया है। ननिहाल भादरा के भुकरका गांव में बताती है। पुलिस महिला की ओर से दिए नंबर व बताए गए पते पर संपर्क करने की कोशिश कर रही है। अब तक परिजनों से बात नहीं हो पाई है।
महिला को लेने में कोई मनाही नहीं है, लेकिन पुलिस को मिली महिला विमंदित थी। इसलिए उसे विमंदित गृह में रखने की सलाह दी गई। बाद में एडीएम सिटी पंकज शर्मा से बात करके महिला को विमंदित गृह में एडमिट कराया गया।
– डॉ. शारदा चौधरी, अधीक्षक नारी निकेतन