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बीकानेर,चौहत्तर वर्षीय शहर काजी हाजी मुश्ताक अहमद का बुधवार की देर रात पीबीएम होस्पीटल में इंतकाल हो गया
मिलनसार एवं साम्प्रदायिक सद्भावन के प्रतीक रहे चौहत्तर वर्षीय हाजी मुश्ताक अली पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे।
पीबीएम अस्पताल में उपचार के दौरान देर रात करीब सवा बारह बजे उन्होने अंतिम सांस ली।
शहर काजी हाजी मुश्ताक अहमद अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गये है। उनके एक पुत्र ओर पांच पुत्रियां करीब ढाई दशक से बीकानेर शहर काजी का जिम्मा संभाल रहे हाजी मुश्ताक अहमद के इंतकाल की खबर से बीकानेर शहर के मुस्लिम समुदाय में माहौल गमगीन हो गया। गुरूवार दोपहर बाद उनका जनाजा उस्तो की बाहर चढवानों के मौहल्ले स्थित पैतृक मकान से निकाला गया ।
जो शीतला गेट, हरिजनों की बडी गुवाड़ ,नत्थूसर गेट होते बडी ईदगाह धर्म नगर पहुंचा उनके जनाजे की नमाज पढी गई और इसके बाद गजनेर रोड स्थित बड़े कब्रिस्तान में उनकी पार्थिक देह सुपुर्द ऐ खाक कर दी गई। मरहूम हाजी मुश्ताक अहमद के जनाजे  में पूर्व न्यास अध्यक्ष हाजी मकसूद, पूर्व उपसभापति हाजी हारून राठौड़, काग्रेंस नेता हाजी अब्दुल मजीद खोखर, गुलाम मुस्तफा, अनवर अजमेरी,पूर्व नगरपरिषद आयुक्त हाजी मौला बख्श चूनगर,मिर्जा हैदर, काग्रेंस नेता सलीम भाटी,पटवारी हाजी सलीम सोढा, एनडी कादरी, जाकिर नागौरी, पूर्व पार्षद दीपक अरोड़ा, सतपाल अरोड़ा,पत्रकार नासिर अली जैदी, पत्रकार सैय्यद अख्तर भाई,अजीज भुट्टा,नोशाद अली चूनगर, समेत सर्व समाज के गणमान्य लोग शामिल थे।

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