Trending Now




बीकानेर,नोखा के जंभेश्वर चौक में रविवार को ज्वैलरी शॉप में नाबालिग बच्चे को झांसा देकर लाखों रूपये के जेवरात लेकर पार हुए शातिर शख्स का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में कई संदिग्धों को निगरानी में लिया गया है,जल्द ही आरोपी को डिटेन कर उसे हिरासत में ले लिया जायेगा। जानकारी में रहे कि रविवार को हुई इस घटना को लेकर कंवलीसर निवासी मदनलाल पुत्र गंगाराम सोनी ने हाजिर थाना होकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मेरे चाचा धनराज सोनी की नोखा के जंभेश्वर चौक में डी.आर. ज्वैलर्स नाम से दुकान है। जो अनिल पुत्र मदनलाल गोयल से किराये पर ले रखी है जिसमें मेरे चाचा सोने चादी के आभूषण निर्माण व विक्रय का व्यवसाय करते है। 24 जुलाई को मेरे चाचा धनराज का लड़का जयकिशन सुबह के वक्त करीब 10 बजे उक्त दुकान के अन्दर बैठा तो इसी समय एक व्यक्ति मेरे चाचा की दुकान पर आया और जयकिशन से बोला किया आप मुझे सोने के आभूषण खरीदने है मुझे दिखाओ तब जयकिशन ने बोला कि मेरे पापा दुकान पर नही उनके आने पर ही वो आभूषण दिखाउंगा तब उक्त व्यक्ति ने कहा कि आपके पिताजी से फोन पर बात हो गई है और मै घर कंवलीसर से ही आया हूं आप डरो मत मेरे पर विश्वास करो और मुझे आभूषण दिखाओ। तब जयकिशन ने उक्त व्यक्ति को दुकान में रखे हुए सोने के गहने-आभूषण जिनमें सोने का पैंडल, कानों के सोने के एक जोड़ी पत्ते व चार जोड़ी चांदी की पायजेब आदि दिखाये। जयकिशन ने उक्त सोने-चांदी के आभूषणों का वजन किया जिसमें सोने के पैंडल व कानों के पत्तों का कुल वजन 35 ग्राम व चार जोड़ी चांदी की पायजेबों का कुल वजन 450 ग्राम हुआ। उक्त आभूषण जयकिशन ने पैक करके रखे। इस दौरान उक्त व्यक्ति फोन पर बात करने लगा जयकिशन उससे रूपये मांगे तो वो बोलो कि दे रहा हूं आप मेरे पर विश्वास करो इतने मे ही वह व्यक्ति जयकिशन का ध्यान भटकाकर उक्त आभूषण का पैकेट दुकान के अन्दर से चोरी करके जयकिशन को चकमा देकर दुकान से भाग गया ।
दुकान के बाहर छोड़ गया चोरी की बाईक
इस घटना के दौरान आरोपी शख्स दुकान के आगे अपनी मोटरसाईकिल नम्बर आर.जे. 07 एस.एन.5739 व हेलमेट तथा एक थैला वहीं पर छोड़कर उक्त आभूषण चोरी करके ले गया। दुकान पर आने से पहले वह दुकान मालिक अनिल से मिला और मेरे चाचा धनराज के मोबाईल नम्बर मांगे तब उक्त व्यक्ति को मोबाईल नम्बर नहीं दिये। उक्त बात उक्त व्यक्ति द्वारा चोरी करके भागने के बाद दुकान मालिक अनिल ने बताई।

Author