बीकानेर,नकली नोट गिरोह के मुख्य सप्लायर से पुलिस को अहम सुराग मिले है। साउथ की फिल्म में हीरो के पिता की ओर से बदमाश को फिरौती की राशि में नकली नोट थमाने के सीन को देखकर ही दीपक और चंपालाल के दीमाग में नकली नोटों के जरिए ठगी करने का आइडिया आया। इन दोनों को गिरोह को तैयार करने में करीब छह माह लगे इसके लिए चंपालाल व दीपक ने अपने खास दोस्तों को प्रलोभन देकर साथ किया।
चंपालाल और दीपक की मुलाकात
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक़ आरोपी चंपालाल व दीपक की मुलाकात दोस्तों के साथ घुमने जाने के दौरान हुई। तब दीपक लूणकरनसर में अपने रिश्तेदार की दुकान पर बैठा करता था। बाद में चंपालाल ने उसे एक डील के लिए दिल्ली भेजा। जहां से वह रुपयों से भरा बैग लेकर आया था। तब उसे बड़ी रकम दी गई।
गिरोह के लिंक कोलकाता, एमपी व हरियाणा में गहरे
पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि आरोपियों के लिंक कोलकाता, दिल्ली, हरियाणा व मध्यप्रदेश में गहरे है। यह गिरोह अधिकांश राशि इन चार स्थानों पर ही खपा रहे थे। फिछले चार मगीनों से इन्होंने छुटगर रुपए लूणकरनसर, नोखा, श्रीडूंगरगढ़, देशनोक, महाजन, कालू, हिम्मटसर क्षेत्र में चलाए। पुलिस ने ग्राम रक्षक, पुलिस मित्र व मुखबिरों की मदद से इन सभी जगहों पर सर्वें शुरू कर दिया है।
पूछताछ में मिली अहम जानकारी
जांच अधिकारी डीवाईएसपी नरेन्द्र पूनिया ने बताया कि मुख्य सप्लायर दीपक मोची को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया, जिसे दो अगस्त तक रिमांड पर भेजा गया है। आरोपी से पुलिस और एसओजी ने संयुक्त व अलग-अलग पूछताछ की । पूछताछ में कई और लोगों के इस काले कारोबार में शामिल होने की जानकारी मिली है। दीपक से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने कई और लोगों को दबोचने के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया है। वहीं दूसरी ओर चम्पालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, रविकांत जाखड़, नरेन्द्र शर्मा, मालचंद शर्मा, पूनमचंद शर्मा, राकेश शर्मा रिमांड पर चल रहे हैं।
यह है मामला
लूणकरनसर थाने में पदस्थापित कांस्टेबल सचित्रवीर गोदारा व जयप्रकाश की सूचना आईजी कार्यालय में पद स्थापित डीवाईएसपी नरेन्द्र पूनिया, हेडकांस्टेबल नानूराम गोदारा, कांस्टेबल संदीप कुमार जांदू व रामप्रताप सायच ने नकली नोट छापने के गिरोह की जानकारी जुटाई। यह ऑपरेशन बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश की देखरेख में चला। पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर गिरोह के युवकों को पकड़ा। उनके कब्जे से दो करोड़ 74 लाख रुपए के नकली नोट, नोट छापने वाली मशीन, स्याही, प्रिंटर, कटर मशीन, कागज व पनी, आरबीआई बैंक की पर्चियां आदि बरामद की। वहीं बीकानेर पुलिस की सूचना पर दिल्ली से भागे लूणकरनसर निवासी दीपक मोची को करनाल पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान पकड़ा।
अहम सुराग मिले
मुख्य सप्लायर दीपक से नकली नोट चलाने व ठगी करने के आइडिया का पता चलने पर हैरत हुई है। युवा पीढ़ी सोशल मीडिया से अच्छी बातें ग्रहण करें। नासमझी और लालच ने अपराधी बना दिया है। दीपक से मिले इनपुट के बाद कई और पुलिस के घेरे में आ गए हैं, जल्द पुख्ता जानकारी जुटाकर कार्रवाई करेंगे। ओमप्रकाश, पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज