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बीकानेर.करोड़ों रुपए के नकली नोट बीकानेर में छापकर देशभर में सप्लाई करने वाले युवाओं की पूरी चेन बनी हुई है। जिस उम्र में युवा अपने कॅरियर की उड़ान भरते हैं, प्रदेश के युवा नकली नोटों की स्याही से हाथ काले कर रहे हैं। बीकानेर रेंज के आइजी ओमप्रकाश के सोमवार को नकली नोट मामले में और तह तक जाने पर यह खुलासा हुआ है। पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर नकली नोट के काम से जुड़े 117 लोगों की पहचान है। इनमें 9 लोगों को छोड़कर शेष 108 की आयु 30 साल से कम है। गिरोह के सरगना से लेकर कूरियर तक युवा हैं। पुलिस ने इनकी कुंडली (डोजियर) तैयार करनी शुरू कर दी है।

प्रदेशभर में युवाओं की एक बड़ी फौज करीब डेढ़ साल से नकली नोटों को छापकर चलन में डालकर देश को आर्थिक रूप से खोखला करने में लगी हुई थी। गिरोह में शामिल अधिकांश युवक 12वीं तक ही पढ़े हुए हैं। बीकानेर में इसका केन्द्र बनने के पीछे हवाला कारोबार सामने आया है। यहां पर पिछले कुछ साल के दौरान हवाला कारोबार तेजी से फैला है। इसमें कूरियर का काम करने वाले युवा जुड़ते गए। शुरुआत में एक प्रतिशत कमीशन के लिए हवाला से जुड़े युवा बाद में रातोंरात अमीर बनने के लिए नकली नोट छापकर सप्लाई करने में लग गए।

ग्रामीण अंचल को किया टारगेट
बीकानेर में 2 करोड़ 74 लाख के नकली नोट बरामद किए जा चुके हैं। इसमें शामिल ज्यादातर युवा ग्रामीण क्षेत्र के हैं। जिले के लूणकरणसर, नोखा, देशनोक, महाजन, कालू, श्रीडूंगरगढ़ व जामसर क्षेत्र के लोग इससे जुड़े होना सामने आया है। युवाओं को मोटा प्रलोभन देकर नोट बाजार में खपाए गए हैं।

पाक या चीन से जुड़े हो सकते हैं तार

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो इस गिरोह के तार अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े होने की पूरी आशंका है। नकली नोट तैयार करने के कागज, स्याही और पन्नी की हाई क्वालिटी को देखकर यह आशंका और ज्यादा गहरा गई है। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि पहले पाकिस्तान में इस तरह के नकली नोट छापकर भारत भेजे जाते थे। गिरोह से बरामद सामग्री भारत में तैयार की हुई नहीं है। ऐसे में प्रतीत हो रहा है कि यह पाकिस्तान या चीन से मंगवाई जा रही हो सकती है। चीन से बड़ी तादाद में सामान भारत में आयात होता है। इसी के साथ यह सामान भी मंगवाया हो सकता है। फिलहाल पुलिस दिल्ली के उस सप्लायर के पकड़ में आने का इंतजार कर रही है, जो पकड़े गए युवक दीपक रेगर को यह सामान देता था।

प्रदेश में फैले जाल की तरफ इशारा करते मामले
– 27 अगस्त, 2021 को कोटा के बोरखेड़ा थाना पुलिस ने दो युवकों को पकड़ा, इनके पास से एक लाख रुपए के नकली नोट बरामद हुए।

– 16 अप्रेल, 22 को कोटा संभाग के झालावाड़ा में नकली नोट मामले में पंजाब-मध्यप्रदेश के चार लोगों को पकड़ा। इनके पास से 46 हजार 200 रुपए के नकली नोट मिले।

– 17 दिसंबर, 2021 को कोलकाता में चार लाख के नकली नोट पकड़े गए। दो युवकों को पकड़ा, जो कोटा व बारां के रहने वाले थे।

– 18 सितंबर, 2019 देहरादून में साढ़े छह लाख नकली नोट बरामद किए गए। दो आरोपियों को पकड़ा, उनका कनेक्शन भी राजस्थान व दिल्ली पाया गया।

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