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बीकानेर, केन्द्रीय कारागार में बंदी से मारपीट का मामला सामने आया है। हालांकि बंदी ने इस संंबंध में कोई मामला दर्ज नहीं करवाया है। पीडि़त बंदी के परिजनों ने जेल प्रशासन से मामले की उच्चस्तर पर जांच कराने एवं आरोपी बंदी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार बीकानेर केन्द्रीय कारागार में बंदी रवि के साथ एक अन्य बंदी रिछपाल ने मारपीट की। दोनों बंदियों में शौचालय में पानी डालने की बात को लेकर झगड़ा हुआ। रिछपाल ने गुस्से में आकर रवि के साथ थापा-मुक्की की। जेल अधीक्षक परमजीतसिंह सिद्धु ने कहा कि बंदी रवि और रिछपाल के बीच शौचालय में पानी डालने की बात को लेकर झगड़ा हुआ था। बंदी कि साथ किसी तरह की गलत बात नहीं हुई। बंदी रवि का मेडिकल मुआयना करा लिया है।

दोनों बंदियों को किया अलग-अलग
जेल अधीक्षक सिद्धु ने बताया कि दोनों बंदियों में झगड़ा होने के बाद अलग-अलग बैरक में कर दिया गया है। बंदियों में हुए झगड़े के लिए जांच कमेटी गठित की गई है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।

पहले भी हो चुके हैं बंदियों में झगड़े

इसी साल जनवरी माह में रामस्वरूप नामक बंदी के साथ मारपीट हुई।
वर्ष २०१९ में जेल में धूम्रपान से मना करने पर आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे बंदी सुरेन्द्र ने सुरक्षाकर्मी पर ब्लेड से हमलाकर अंगुली काट दी थी।
पिछले साल दो बंदियों में आपसी कहासुनी के बाद झगड़ा हो गया, जिसमें एक बंदी का हाथ टूट गया।
वर्ष २०१३ में बंदी मुस्लिम उर्फ रामसिंह ने तीन बंदी पवन कुमार, मूलाराम व करनैलसिंह की ईंट से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।
२४ जुलाई, २०१४ को जेल में दो बंदी गुटों में गैंगवार हुई, जिसमें प्रदेश के कुख्यात अपराधी आनंदपालसिंह के साथी बलवीर बानूड़ा की गोली लगने से मौत हो गई थी। वहीं दूसरे गुट ने ईंट-पत्थरों से दो बंदी जयप्रकास रामपाल को मार डाला था।

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