बीकानेर,भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सौजन्य एवं बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा के तहत आज उप तहसील नोखा में ‘व्यक्तिगत स्वच्छता संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर पालिका नोखा के पूर्व अध्यक्ष सीताराम पंचारिया ने कहा कि हमें व्यक्तिगत स्वच्छता की पहल अपने तन और मन की स्वच्छता से करना होगी। जब हम तन और मन से स्वच्छ रहेंगे तब ही हमारा घर और हमारा गांव-शहर स्वच्छ बन सकेगा। इसके साथ ही उन्होंने संस्थान के कार्याे की सरहाना करते हुए संस्थान द्वारा दिए जा रहे प्रमाण-पत्र की महता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के अध्यक्ष अविनाश भार्गव ने कहा कि महिला शक्ति जिस प्रकार अपने घर को स्वच्छ रखती हैं उसी प्रकार हमें गांव-शहर की स्वच्छता की जिम्मेवारी भी सामुदायिक सहयोग से निभाने के लिए तैयार होना होगा। अपनी बात जारी रखते हुए श्री भागर्व ने कहा कि संस्थान द्वारा कौशल केन्द्रों के माध्यम से कौशल विकास का कार्य सतत जारी रहेगा।
इसी क्रम में मुख्य संदर्भ व्यक्ति डाॅक्टर राहुल लखेला, महावीर इन्टरनेशनल ट्रस्ट, नोखा ने व्यक्तिगत स्वच्छता एवं कोरोना की बूस्टर डोज के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि महिलाओं को अपने शरीर के साथ-साथ कपड़ों को भी साफ सुथरा रखना चाहिए एवं मेकअप में काम आने वाली वस्तुओं को भी पूरी सावधानी से प्रयोग करनी चाहिए क्योकि कई बार इन प्रोडेक्ट्स से नूकसान हो सकता है। डाॅ. लखेला ने कहा कि कोरोना के लिए सरकार द्वारा बूस्टर डोज लगवाने के लिए अभियान चला रखा है उसमें प्रत्येक व्यक्ति को योगदान देना चाहिए ताकि कोरोना पूरी तरह से खत्म हो सके।
संस्थान के निदेशक ओम प्रकाश सुथार ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के सपने को साकार करने के लिए माननीय प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश भर में स्वच्छता पखवाड़े के माध्यम से जनजागरूकता के कार्य हो रहे हैं। इस अभियान की एक कड़ी के रूप में व्यक्तिगत स्वच्छता के उत्तरदायित्व निर्वाह करके हमें स्व-अनुशाषित भी होना होगा।
समग्र शिक्षा अभियान के दिनेश उपाध्याय ने इस कार्यक्रम को कौशल विकास से जोड़ते हुऐ कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता से परिवार, समाज, और देश में स्वच्छता का नया माहौल बन रहा है। श्री उपाध्याय ने कहा कि लम्बे समय से संस्थान कौशल विकास के कार्य जिले सहित नोखा में कर रहा है।
संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने सभी उपस्थित जनों को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए स्वच्छता के प्रति अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी निभाने का आहवान किया। इसके साथ उन्होंने अपने आस-पास की वस्तुओं, परिसर और कार्यस्थल की नियमित सफाई करने का नियमित अभ्यास बनाने की बात भी कही।
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, नोखा की प्रभारी सीमा शर्मा ने स्वयं सहायता समूह के बारे में बताते हुए कहा कि नारी शक्ति के लिए यह योजना आर्थिक सम्बल प्रदान करती है। समूह के माध्यम से महिलाओं को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं सरकार की ओर से मिल रही है।
कार्यक्रम सहायक तलत रियाज़ के समन्वयन में अतिथियों के कर-कमलों से कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों से संबंधित प्रमाण-पत्र वितरित किए गए।
प्रशिक्षण के पश्चात स्वरोजगार की ओर बढ़ने वाली मंजू गर्ग, भावना लख्ेाला, चंदा, सोनू, रजनी, कोमल, लक्ष्मी, संजना सुथार ने अपनी सफल कहानी अपनी ही जुबानी सब के समक्ष रखी।
कार्यक्रम सहायक उमाशंकर आचार्य ने कार्यक्रम का संयोजन करते हुए स्वच्छता पखवाड़े के तहत संस्थान के अब तक के कार्यक्रमों की जानकारी दी एवं कार्यक्रम के अंत में आगंतुकों के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया गया।
इस कार्यक्रम में संस्थान के संदर्भ व्यक्ति नीतू चैधरी, संतोष बाहेती, सुधा पंचारिया, शारदा छींपा, लक्ष्मीकांता, कैलाश स्वामी, किशन सुथार, आशा जोशी, चंद्रकला लखारा आदि ने भी स्वच्छता जागरूकता के प्रति अपने विचार रखते हुए सक्रिय सहभागिता निभाई।