बीकानेर अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद द्वारा निर्देशित संगठन यात्रा को सीमंधर ग्रुप द्वारा 11 से 13 जुलाई के मध्य सम्पन्न किया गया। ग्रुप ने दिनांक 11 जुलाई को ‘‘नैतिकता के शक्ति पीठ‘‘, गंगाशहर के दर्शन कर यात्रा के लिए प्रस्थान किया। अभातेयुप के त्रिआयामों ‘सेवा-संस्कार-संगठन‘ के सफल क्रियान्वयन एवं परिषदों में नवऊर्जा का संचार करने के उद्देश्य से सीमंधर ग्रुप के संयोजक जितेश पोखरणा (देवगढ़), सहसंयोजक देव चावत (राजाजी का करेड़ा) , सहयोगी सदस्य सूर्यप्रकाश डागा (कोलकता), दीपक बोथरा (सिलीगुड़ी), लक्की बाफणा (आसिन्द), शुभम् बरड़िया (सरदारशहर) ने प्रथम दिवस लूणकरणसर, कालू, श्री डूंगरगढ़, मोमासर एवं सरदारशहर परिषदों की यात्रा की। यात्रा के दौरान शासन श्री साध्वी श्री पानकुमारी जी (द्वितीय), सुदीर्घजीवी साध्वी श्री बिदामा जी, साध्वी श्री चरितार्थप्रभा जी, शासन श्री साध्वी श्री मानकुमारी जी एवं साध्वी श्री सुमतिप्रभा जी आदि चारित्रात्माओं के दर्शन, सेवा एवं प्रेरणा पाथेय का लाभ प्राप्त हुआ। लूणकरणसर परिषद अध्यक्ष राजेश बोथरा, कालू परिषद अध्यक्ष योगेश नाहटा, श्री डूंगरगढ़ परिषद अध्यक्ष प्रदीप पुगलिया, मोमासर परिषद अध्यक्ष नितेश बाफना एवं सरदारशहर परिषद मंत्री धीरज छाजेड़ ने परिषद द्वारा सेवा-संस्कार-संगठन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। लूणकरणसर परिषद ने आचार्य तुलसी डाईग्नोस्टिक सेंटर खोलने का संकल्प लिया, श्री डूंगरगढ़ परिषद् ने टीटीएफ (लेवल 2) का केम्प आयोजित करने एवं सरदारशहर परिषद् द्वारा CPS कार्यशाला का आयोजन करवाने हेतु सहमति प्रदान की गई। लूणकरणसर, कालू व श्री डूंगरगढ क्षेत्रों में स्थानीय अणुव्रत समिति, सभा एवं महिला मंडल के सदस्यों की भी उपस्थिति रही।
यात्रा के द्वितीय दिवस दिनांक 12 जुलाई का प्रारंभ “अध्यात्म का शान्तिपीठ”, सरदारशहर के दर्शन से किया गया। द्वितीय दिवस में तारानगर, सादुलपुर, चूरू, रतनगढ़, राजलदेसर क्षेत्रों की यात्रा की गई। क्षेत्रों में विराजित साध्वी श्री पुण्यप्रभाजी, साध्वी श्री प्रज्ञावती जी, साध्वी श्री प्रशमरतिजी, साध्वी श्री उदितयशाजी, साध्वी श्री मंगलप्रभाजी आदि चारित्रात्माओं के दर्शन-सेवा एवं पाथेय का लाभ प्राप्त हुआ। तारानगर परिषद् अध्यक्ष मनीष बोथरा, सादुलपुर परिषद् अध्यक्ष प्रमोद दूगड़, चूरू परिषद् अध्यक्ष हितेश कोठारी, रतनगढ़ परिषद् अध्यक्ष विनीत भुतोड़िया एवं राजलदेसर परिषद् अध्यक्ष मुकेश श्रीमाल द्वारा परिषद् के द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों के विवरण से सदन को अवगत करवाया गया। तारानगर, सादुलपुर, रतनगढ़ एवं राजलदेसर क्षेत्रों में स्थानीय अणुव्रत समिति, सभा एवं महिला मंडल के सदस्यों की भी उपस्थिति रही। सीमंधर ग्रुप साथियों की विशेष प्रेरणा से सादुलपुर क्षेत्र में 16 वर्षों से निष्क्रिय परिषद् का पुनर्गठन करवाया गया, जिसमें परिषद् प्रभारी तरूण भंसाली का विशेष योगदान रहा एवं राजलदेसर क्षेत्र में नवीन किशोर मण्डल का गठन करवाया गया।
यात्रा के तृतीय दिवस का प्रारंभ गुरू पुर्णिमा के दिन दिनांक 13 जुलाई को परम पावन युगप्रधान आचार्य प्रवर के मंगल आशीर्वाद से हुआ। तृतीय दिवस में बीदासर, लाडनूं, चाड़वास व छापर परिषदों की यात्रा के साथ यात्रा को सम्पन्न किया गया। क्षेत्रों में विराजित साध्वी श्री सुदर्शनाश्री जी, साध्वी श्री प्रबलयशा जी आदि चारित्रात्माओं के दर्शन-सेवा एवं पाथेय का लाभ प्राप्त हुआ साथ ही तेरापंथ धर्मसंघ के प्रथम सेवा केन्द्र, लाडनूं में सेवाग्राही वयोवृद्ध साध्वी श्री सूरजकुमारी जी, साध्वी श्री कुमुदयशा जी एवं साध्वी श्री शीलवती जी के दर्शन प्राप्त हुए। लाडनूं अभातेयुप केन्द्रीय कार्यालय के प्रबन्धक राजेन्द्र खटेड़ ने ग्रुप साथियों को युवालोक एवं निर्माणाधीन अतिथि गृह का अवलोकन करवाया तथा क्षेत्र की यात्रा के दौरान विशेष सहयोग प्रदान किया। छापर क्षेत्र में संगठन के युवा गौरव श्री नरेन्द्र नाहटा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (प्रथम) श्री रमेश डागा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री भरत मरलेचा का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। बीदासर परिषद् अध्यक्ष अजीत बाफना, लाडनूं परिषद् अध्यक्ष अजय चौपड़ा, चाड़वास परिषद् मंत्री रौनक सुराणा एवं छापर परिषद् अध्यक्ष एवं अभातेयुप साथी सौरव भुतोड़िया ने परिषद् के द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों के विवरण से सदन को अवगत करवाया। छापर में स्थानीय अणुव्रत समिति, सभा एवं महिला मंडल के सदस्यों की भी उपस्थिति रही। बीदासर परिषद् द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मेगा बल्ड डोनेशन ड्राईव का केम्प आयोजित करने की भावना व्यक्त की गई। सभी परिषदों के सदस्यों द्वारा मेगा बल्ड डोनेशन ड्राईव में अधिकाधिक रक्त संग्रहण करने, नेत्रदान करवाने, सामायिक साधक बनवाने, जैन संस्कार विधि को जन-जन तक पंहुचाने, नए जैन संस्कारक बनवाने का संकल्प लिया गया।
श्रीचरणों में यात्रा की परिसम्पन्नता करते हुए परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी को यात्रा का विवरण निवेदन किया गया तथा अभातेयुप के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनिश्री योगेश कुमार जी को संगठन यात्रा के दौरान परिषदों से संबंधित समस्त गतिविधियों एवं संकल्पों की जानकारी प्रदान की गई।