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बीकानेर स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आर पी सिंह की अध्यक्षता में कृषि विज्ञान केंद्र बीछवाल में वार्षिक वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक आयोजित हुई। कृषि विज्ञान केंद्र की वार्षिक प्रगति तथा अगले वर्ष की कार्य योजनाओं की समीक्षा की गई। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दुर्गा सिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा केंद्र के शस्य वैज्ञानिक डॉ. एस. पी. सिंह ने केंद्र की गतिविधियों की जानकारी देते हुए गत वर्ष आयोजित की गयी सलाहकार समिति बैठक की कार्यवाही रिपोर्ट एवं वार्षिक प्रगति विवरण प्रस्तुत किया तथा कीट वैज्ञानिक डॉ. केशव मेहरा ने आगामी वार्षिक कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी। कुलपति प्रो आर पी सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र पर स्थापित समन्वित कृषि प्रणाली की प्रंशसा की तथा इसका लाभ अधिकतम किसानों को मिले इस ओर केंद्र को प्रयास करने की सलाह दी। केंद्र पर जैविक तथा प्राकृतिक खेती पर प्रदर्शन लगाया जाए जिससे कि किसानों को जैविक तथा प्राकृतिक खेती करने हेतु प्रेरित किया जा सके ।

डॉ. सुभाष चंद्र ने सुझाव दिया कि बायो फोर्टिफाइड किस्मों के प्रदर्शन केंद्र पर लगाये जाए तथा साथ ही इन किस्मों के बीज किसानों को भी उपलब्ध करवाए जाए जिससे किसानों को लाभ मिल सके साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि केंद्र पर उन्नत किस्म का बीज उत्पादन कर अधिक से अधिक किसानों तक पहुँचाया जाए। उपनिदेशक कृषि डॉ. कैलाश चौधरी ने कृषि विज्ञान केंद्र को किसानों और वैज्ञानिकों के बीच की कड़ी बताते हुए कहा कि अधिक से अधिक नए किसानों से जुड़ने का प्रयास करें। अध्यक्ष क्षेत्रीय अनुसन्धान केंद्र, काजरी-बीकानेर डॉ. एन. डी. यादव जी ने बारानी क्षेत्रों में केंद्र को अधिक कार्य करने की सलाह दी तथा पशुपालकों के लिए सेवन और धामण घास को बढ़ावा देने को कहा । डॉ. एस. आर. यादव, क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधान ने जैविक उर्वरक तथा तरल यूरिया के उपयोग के लिए किसानों को प्रेरित करने की सलाह दी तथा खेती में रसायनों का उपयोग कैसे कम किया जा सके। बैठक में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक डॉ. रमेश ताम्बिया, परियोजना निदेशालय (आत्मा) के डॉ. राजूराम डोगीवाल तथा डॉ राजेश कुमार नैनावत उपनिदेशक बागवानी उपस्थित रहे। इनके अलावा प्रगतिशील काश्तकार श्री खुशाल सिंह सोढा तथा श्रीमती तुलसी देवी महिला कास्तकार इस बैठक में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन केंद्र कि बागवानी विशेषज्ञ डॉ. सुशील कुमार ने किया तथा अंत में डॉ. केशव मेहरा ने सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया।

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