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जयपुर: REET एग्जाम की घड़ी अब बेहद नजदीक आ गई है। परीक्षा 23 और 24 जुलाई 2022 को होने जा रही है। आप सभी कैंडिडेट्स ने मेहनत और लगन से इस परीक्षा की तैयारी की है, लेकिन अब ये अंतिम 7 दिन मेहनत को सफलता में बदलने का समय है। इस टाइम पीरियड में जो कैंडिडेट्स खास स्ट्रेटेजी के साथ एग्जाम की तैयारी करेंगे, वो अच्छी स्कोरिंग लाने में कामयाब होंगे।

आप कितना पढ़ रहे हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है, आप क्या पढ़ रहे हैं यह महत्व रखता है। अब पूरी तरह एकाग्रता के साथ पूरे सिलेबस का रिवीजन करने का समय है। साथ में सिर्फ इंपॉर्टेंट और स्कोरिंग टॉपिक्स पर फोकस करने का। कंफ्यूजन वाले टॉपिक्स को अब हाथ नहीं लगाना है।

लेवल-1 और लेवल-2 दोनों तरह के कैंडिडेट्स के लिए 7 सब्जेक्ट के टीचर्स 7 दिनों में तैयारी की रणनीति पर गाइडेंस देने के लिए मौजूद हैं। सब्जेक्ट वाइज तैयारी की क्या स्ट्रेटेजी अपनानी है यह बताया है….

*MATHS-एक बार में सॉल्व नहीं हुए ऐसे सवालों की प्रैक्टिस करें*
MATHS के सब्जेक्ट एक्सपर्ट कृष्णा उपमन ने बताया गणित में स्टूडेंट्स के पास नोट्स या प्रैक्टिस शीट रहती है। जो सवाल पहली बार में सॉल्व नहीं हुए या फिर टेस्ट में एक बार सॉल्यूशन नहीं निकल सका। जिन सवालों पर कठिन होने के कारण टिक मार्क लगा हुआ है। उनकी तैयारी प्रायोरिटी से करें। लेवल-1 में स्टैटिक्स, क्षेत्रफल, रुपए को लेकर टॉपिक, ज्यामिति महत्वपूर्ण है। लेवल-2 में सांख्यिकी, अलजेब्रा, आयतन, क्षेत्रफल का रिवीजन जरूर करें।

*EVS और साइंस में रिवीजन, MATHS में फॉर्म्युला याद करें*
EVS, साइंस-मैथ्स सब्जेक्ट एक्सपर्ट धर्म सिंह ने बताया लेवल 1 के EVS में जो टॉपिक्स अच्छी तरह से पढ़ चुके हैं, फटाफट उनका रिवीजन और प्रैक्टिस कर लें। साइंस में भी रिवीजन करना है। 7 दिन में किसी भी नए टॉपिक को हाथ नहीं लगाना है। गणित में फॉर्म्युला याद कर लें। हर फॉर्म्युले पर आधारित कम से कम 1 सवाल को जरूर सॉल्व कर लें। लेवल-2 में गणित और विज्ञान सब्जेक्ट में केवल वो टॉपिक पढ़ें, जो याद हैं या जिन्हें आसानी से कवर कर सकते हैं। ऐसे टॉपिक जो पहले से आते हैं, इसलिए उन्हें पेंडिंग रखा हो,अब उन्हें रिवाइज करना है।

*SST में ज्योग्राफी, हिस्ट्री-पॉलिटी मैप, नोट्स, चार्ट से पढ़ें*
SOCIAL STUDIES सब्जेक्ट एक्सपर्ट विजय सिहाग ने बताया हिस्ट्री,ज्योग्राफी,पॉलिटी,आर्ट एंड कल्चर में मैप,नोट्स,चार्ट का सहारा लें। हाईलाइट स्टडी मैटेरियल की अब मदद लें। ज्योग्राफी को मैप के जरिए याद करें। विश्व का भूगोल में साइक्लोन, पृथ्वी की गतियां से सीधा प्रश्न आते हैं। जिन टॉपिक को पढ़ रखा है, उनका रिवीजन करें। जो अब तक समझ नहीं आया है, उन्हें नहीं छेड़ें। इतिहास में मिड आइवल और मॉडर्न हिस्ट्री के पार्ट को ज्यादा वेटेज दिया जाता है। राजस्थान हिस्ट्री और कल्चर के प्रश्न लगभग सभी के सुने हुए होते हैं। लेकिन कुछ प्रश्न इतनी गहराई में पूछे जाते हैं कि स्टूडेंट्स क्या टीचर्स के लिए भी नए होते हैं।

*बाल विकास और शिक्षण विधियां- फोकस स्टडी, स्कोरिंग टॉपिक रिवीजन करें*
बाल विकास और शिक्षण विधियां सब्जेक्ट एक्सपर्ट विवेक पारीक ने बताया अब सब्जेक्ट में बहुत फोकस रहकर तैयारी करें। अच्छी डाइट लें। टीचर ने जो नोट्स बनवाए हैं और हाईलाइट करवाया है उनकी अच्छे से तैयारी करें। एजुकेशनल साइकोलॉजी या चाइल्ड डेवलपमेंट और शिक्षा शास्त्र में बाल विकास यूनिट 5-6 प्रश्न, अधिगम में 5-6 प्रश्न, अभिप्रेरणा में 1-2 प्रश्न, 5वीं यूनिट आरटीई-एनसीएफ, क्रियात्मक अनुसंधान, मापन-मूल्यांकन से 5 प्रश्न बनते हैं। आरटीई में पिछली बार भी वर्किंग आवर्स को लेकर प्रश्न आया था। हर बार यह रिपीट होता है। इस तरह के प्रश्न जरूर पढ़कर जाएं।

*हिन्दी- कुछ भी नया नहीं पढ़ना, भाषा को प्राथमिकता दें*
हिन्दी सब्जेक्ट एक्सपर्ट कवि दीपक बारहठ ने बताया 7 दिन में कुछ भी नया नहीं पढ़ें। जो कुछ पढ़ा हुआ है उसका रिवीजन करें। भाषा को प्राथमिकता दें। 7 दिन में ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें, लेकिन जो ऑथेंटिक नहीं हैं, ऐसे मॉडल पेपर सॉल्व नहीं करें। ऑथेंटिक और विषय विशेषज्ञों की सब्जेक्ट से जुड़ी सामग्री का अध्ययन करें।

*संस्कृत- वर्ण विचार, समय ज्ञान, संख्या ज्ञान से 50 फीसदी सिलेबस कवर*
संस्कृत विषय एक्सपर्ट डॉ किरण चौधरी ने बताया संस्कृत में 7 दिन में पूरे कोर्स का रिवीजन कर सकते हैं। कारक, धातु रूप और शब्द रूप याद नहीं हैं, तो भी काम चल जाएगा। उसे अब हाथ नहीं लगाएं वरना स्ट्रैस में चले जाएंगे। प्रामाणिक इकाइयां, छोटे-छोटे पाठ कवर करें। साथ ही शिक्षण विधियां में भाषा कौशल, सिद्धांत, मूल्यांकन, सिद्धांत प्रयोग क्रिया के माध्यम से टॉपिक क्लीयर कर सकते हैं।

*ENGLISH-रोजाना 2 मॉडल टेस्ट पेपर जरूर सॉल्व करें*
ENGLISH सब्जेक्ट एक्सपर्ट चेतन सिंह राजपुरोहित ने बताया ये समय सिर्फ पढ़े हुए टॉपिक्स को ही रिवाइज करने का है। कुछ भी नया नहीं पढ़ें। इन 7 दिनों में की गई तैयारी ही अब तक की पढ़ाई को रिजल्ट में कन्वर्ट करेगी। अब सिर्फ प्रैक्टिस करें। रोजाना कम से कम 2 मॉडल टेस्ट पेपर जरूर सॉल्व करें। पिछली बार INFERENCE से प्रश्न नहीं पूछा गया था, इसलिए शायद इस बार पूछा जा सकता है। इससे पिछले सभी REET के प्रश्न पत्रों में जो INFERENCE से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे, उनके साथ ऑप्शन में दी गई FALLACIES को भी पढ़ लें।

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