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जयपुर,झालावाड़। प्रदेश में मानूसनी रंगत जमी हुई है। ज्यादातर जगहों पर अच्छी बारिश हो रही है। राजस्थान के 25 जिलों में 12 से 14 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसमें कोटा, झालावाड़, बूंदी, अजमेर, बांसवाड़ा, जयपुर, दौसा, राजसमंद, सीकर, करौली, झुंझुनूं, सिरोही, उदयपुर, बाड़मेर, पाली, जोधपुर, नागौ, जालौबर आदि में बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर भरी बारिश हो सकती है।

झालावाड़ जिले में शाम को बारिश का दौर शुरू हो गया। झालावाड़ जिले के मध्यप्रदेश से समेट क्षेत्रों में पानी की आवक हो रही है। बांधों की चादर चलने लग गई है। उधर राजस्थान के एक दर्जन से अधिक जिलों में मंगलवार को जोरदार बारिश की संभावना जताई है। मध्यप्रदेश में भारी बारिश के हाई अलर्ट का राजस्थान में भी असर दिख रहा है। मध्यप्रदेश से बहकर आने वाली पार्वती, कालीसिंध, परवन आदि नदियों में पानी की अधिक आवक की संभावना के चलते लोगों को आगामी दो तीन दिन सतर्क रहने और नीचले क्षेत्रों में नहीं जाने को कहा है। क्योंकि मध्यप्रदेश में भारी बारिश से इन नदियों का पानी झालावाड़, बारां और कोटा में तबाही मचाता है। मध्यप्रदेश में हाई अलर्ट असम, गुजरात और महाराष्ट्र के बाद अब मध्यप्रदेश में भी बारिश भारी का हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 33 जिलों में भारी बारिश के आसार है। राजस्थान में सतर्कता मध्यप्रदेश में भारी बारिश के हाई अलर्ट के बाद राजस्थान में भी अलर्ट जारी किया गया है। मध्यप्रदेश में अधिक बारिश होने पर चम्बल नदी के सबसे बड़े बांध गांधी सागर में आता है। गांधी सागर का पानी चम्बल नदी के राणा प्रताप सागर, जहवाहर सागर और कोटा बैराज होते हुए आगे बढ़ता है। तीन साल पहले गांधी सागर बांध के अचानक पूरे गेट खोलने पर कोटा राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ आ गई थी। इसके बाद अब दोनों राज्यों का प्रशासन सतर्क है।

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