बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में बुधवार को बाल विकास एवं संरक्षण समिति की बैठक नारी निकेतन में आयोजित हुई।
इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि बालिका गृह की आवासित बालिकाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ इन्हें व्यक्तित्व विकास और कॅरियर निर्माण के प्रति जागरुक किया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि बालिकाएं नियमित योगाभ्यास के साथ व्यायाम की आदत विकसित करें, जिससे वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें और जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव का सामना करने का हौसला भी आए।
जिला कलक्टर ने बताया कि बालिका गृह में वर्तमान में शतरंज प्रशिक्षण चल रहा है। बालिकाओं की रुचि के अनुसार इन्हें बास्केटबॉल, पेंटिंग, नृत्य एवं संगीत जैसी विधाएं सीखाएं, जिससे इन बालिकाओं को कॅरियर चुनने में मदद मिले। उन्होंने बालिकाओं को गुड टच बैड टच की जानकारी देने के निर्देश भी दिए। साथ ही बालिकाओं को समय-समय पर भ्रमण करवाने के लिए भी कहा।
जिला कलक्टर ने कहा कि बालिकाओं को गणित और विज्ञान जैसे कठिन विषयों में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए सरकारी शिक्षकों को जोड़ने के प्रयास हों। स्वेच्छा से सेवाएं देने वाले शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाए। इस दौरान जिला कलक्टर ने बालिकाओं से बातचीत की और उनकी रुचि के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि बालिकाएं अपने शौक को कॅरियर के रूप में अपनाएं। मजबूत इरादों के साथ लक्ष्य प्राप्ति में जुटने का आह्वान किया।
बैठक में नारी निकेतन अधीक्षक शारदा चौधरी, बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक कविता स्वामी, समिति सदस्य एवं नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका, लक्ष्मण राघव, डॉ. दीपाली धवन आदि मौजूद रहे।