बीकानेर, बुधवार को विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा की अध्यक्षता में प्रातः 11 बजे से 12 बजे तक राज्यस्तरीय एडवोकेसी वर्चुअल कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जिला सर से लेकर गांव-गांव तक विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व पंचायती राज पंच सरपंच भी इस कार्यशाला से जुड़ेंगे। आमजन यूट्यूब लिंक के माध्यम से सहभागिता कर पाएंगे।
जिला स्तर पर इस संबंध में ज़िला कलेक्टर नमित मेहता एवं सीएमएचओ डॉ ओ पी चाहर द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। जिला, ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर स्थित डीओआईटी केंद्रों में प्रातः 11 बजे से अधिकारियों, कर्मचारियों व ग्राम स्तर के पंचायती राज जनप्रतिनिधियों हेतु व्यवस्था रहेगी जबकि आमजन हेतु यु ट्यूब चेनल लिंक जारी किया गया है । इस वर्चुअल कार्यशाला में सहभागिता के लिए आमजन यूट्यूब चैनल लिंक
*https://youtube.com/channel/UCorONyktrgY-XkuxdB10cxw* द्वारा जुड़ पाएंगे।
डॉ चाहर ने बताया कि हेपेटाइटिस लीवर (यकृत) की सूजन है, जो रोग की स्थिति आत्म-सीमित या क्रोनिक हेपेटाइटिस में बढ़ सकती है, और जिससे लीवर पर निशान (लीवर का सिकुड़ना) या लीवर कैंसर हो सकता है।
हेपेटाइटिस वायरस पांच प्रकार- हेपेटाइटिस A, B, C, D व E का होता है। इनमें से हेपेटाइटिस बी और सी क्रोनिक संक्रमण हैं, जिसमें लंबे समय तक, कभी-कभी वर्षों या दशकों तक लक्षण नहीं दिखाई देते है, और जो लीवर (यकृत) कैंसर का मूल कारण है, जिससे प्रतिवर्ष लगभग 13 लाख लोगो की मृत्यु हो जाती हैं।
एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह ने बताया कि विश्व हेपेटाइटिस दिवस के लिए 28 जुलाई की तारीख का चयन इसलिए किया गया था, क्योंकि इस दिन नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ बारुख ब्लंबरबर्ग का जन्मदिन है, जिन्होंने हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) की खोज की तथा वायरस के लिए नैदानिक परीक्षण तथा टीका विकसित किया था।
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