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बीकानेर-साधुमार्गी जैन सेवा समिति,बीकानेर के तत्वावधान में आज दिनाँक 26 जून 2022 को सुबह 08:45 बजे आयोजित प्रवचन में सर्वप्रथम *साध्वी श्री समीहा श्री जी* ने संघ महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यक्ति अकेले किसी भी कार्य को करने में सक्षम नहीं और अगर वहीं संगठन बनाकर उस कार्य को पूर्ण किया जाये तो वो आसानी से पूर्ण हो सकता है ।

संगठन में स्वार्थ और मान दोनों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।प्रेम,सहिष्णुता, सौहार्द, स्नेह संघ विकास के आधार हैं। *साध्वी श्रीपूर्णिमा श्री जी म.सा.* ने कहा कि साधु,साध्वी,श्रावक,श्राविका इन चार तत्वों के सम्मिलित रुप को संघ कहा जाता है ।शास्त्रो में तीर्थंकर देवो को वंदन करने से पूर्व *णमो संघस्स* यानी संघ को नमस्कार किया गया है।इतिहास के पृष्ठ उन वीर श्रावक-श्राविकाओं का वर्णन करते हैं जिनने संघ सेवा को अपना प्राथमिक लक्ष्य बनाया हैं।
प्रवचन में *सन्तरत्न श्री संजय मुनि जी म.सा* ने संगठन की महिमा का वर्णन करते हुए संघ को परम उपकारी बताया। आपने कहा कि हमारे शऱीर का हर रोम संघ का ऋणी है।संघ के कारण ही आज हमारी पहचान है ।हमें संघ के हर कार्य में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए।
सभा का संचालन *श्री सुशीलजी बच्छावत* ने किया। प्रवचन पश्चात् आयोजित *समता यात्रा* में जैन ध्वज के तले पूर्णतः अनुशासन से सबसे पहले समता संस्कार पाठशाला के बच्चे,साधुमार्गी महिला मंडल,समता बहु मंडल,समता युवा संघ के सदस्य जय-जयकार के नारों के साथ चल रहे थे। साधुमार्गी जैन सेवा समिति के सदस्यों का उत्साह दर्शनीय था।
मरोठी सेठिया,मुकीम बोथरा,रांगड़ी चौक,कोठारी मोहल्ला,ढढा चौक,बागड़ी मोहल्ला होते हुए यात्रा छबीली घाटी स्तिथ सेवा सदन में सम्पन हुई। यात्रा के दौरान संघ के सदस्य सफेद वस्त्रों में,महिला मंडल,बहु मंडल और समता युवा संघ के सदस्य अपनी निर्धारित पोशाकों में थे। पूरा रास्ता भगवान महावीर स्वामी की जय,आचार्य श्री रामलाल जी म.सा की जय से गुंजायमान हो गया।
सेवा सदन में यात्रा पहुंचते ही साधुमार्गी जैन सेवा समिति,बीकानेर की साधारण सभा के रूप में परिवर्तित हो गईं ।
सभा के भव्य मंच पर समिति के गौरवशाली श्रावक रत्न श्री बाबुलाल जी गुलगुलिया,श्री नवलचंद जी भूरा,संरक्षक श्री जयचन्दलाल जी सांड,श्री जयचन्दलाल जी डागा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सुरेश जी बच्छावत,अध्यक्ष श्री कन्हैयालालजी बैद,महामंत्री श्री राजेन्द्रजी गोलछा विराजित थे।
सभा का आरंभ श्रीमती अल्का डागा के मंगलाचरण से हुआ। सभा का संचालन करते हुए *श्री सुशीलजी बैद और सुशीलजी बच्छावत* ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तूत की। संघ समर्पणा गान का संगान *श्री वीरेन्द्र जी बडेर* ने किया।
*श्री सुशील जी बैद* ने कहा कि इस वर्ष आचार्य श्री के आशीर्वाद से चारित्रात्माओं के चातुर्मास हर वर्ष की भांति सेठिया और मालू कोटड़ी में होने जा रहे हैं। इस चातुर्मास को हमें तप-त्याग,स्वाध्याय, नियम से मनाना हैं। बीकानेर चातुर्मास को सफल बनाना है,इस चातुर्मास का नाम *राम शरणोत्सव चातुर्मास* रहेगा। सभा में चातुर्मास के लोगो का अनावरण भी किया गया।
अगले चातुर्मास के लिए तप, त्याग,आराधना हेतु 4 श्रेणियां निर्धारित की गई हैं जिसका फोल्डर भी प्रकाशित किया गया।जिसका अनावरण मंचस्थ महानुभावों ने किया।
*राम शरणोत्सव चातुर्मास* के स्टीकर भी वितरित किये गए। अगले सत्र में महामंत्री श्री राजेन्द्रजी गोलछा ने साधारण सभा की कार्यवाही प्रारंभ करते हुए गत 4 माह के कार्यों का लेखा-जोखा रखा।
*श्रीमती अक्षिता बैद* ने संघ महिमा का बखान गद्य और पद्य में किया। *प्रो.नितेश जी आसानी* ने मोटिवेशनल स्पीच दिया। *श्री संजीव जी सांड* ने वैकल्पिक चिकित्सा क्लीनिक के बारे में जानकारी दी।
अंत में अध्यक्ष *श्री कन्हैयालालजी बैद* ने सभी कार्यकर्ताओं को संघ कार्यो में आगे आने का आह्वान किया। आपने संघ की पूर्व और आगामी गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
अंत में संघ भोज का आयोजन किया गया ।

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