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बीकानेर,5G Services Rollout Soon: देश में सितंबर महीने से 5जी मोबाइल सेवा की शुरुआत हो सकती है. 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी का रास्ता साफ हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में अगले 20 वर्षों के लिए 5जी स्पेक्ट्रम  की नीलामी को मंजूरी मिल गई है. 26 जुलाई से स्पेक्ट्रम की निलामी की जाएगी. सरकार ने अपने बयान में कहा है कि 5जी दूरसंचार सेवाओं के जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है, 4जी मोबाइल सेवा के मुकाबले 5जी मोबाइल सेवा की स्पीड और क्षमता लगभग 10 गुना अधिक होगी.

5जी से बदल जाएगी मोबाइल यूजर्स की दुनिया
90 के दशक में 2जी तकनीक, इसके बाद 3जी फिर 4जी आया जिसने स्मार्टफोन को घर घर तक पहुंचा दिया. 4जी टेक्नोलॉजी के जरिये हम वीडियो कॉल से जुड़ गये. इंटरनेट की स्पीड बढ़ गई. दुनिया में सबसे ज्यादा डाटा का खपत भारत में होने लगा. लेकिन 2022 में दूरसंचार क्रांति के नए युग में प्रवेश करने वाला है. 5जी मोबाइल सेवा के लिए जरुरी स्पेक्ट्रम की निलामी होगी और फिर 5जी मोबाइल सेवा की लॉन्चिंग. जिसके आने के बाद मोबाइल और इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की दुनिया ही पूरी तरह बदल जाएगी.

5जी से इंटरनेट स्पीड होगी 10 गुनी तेज
पूरे देश में 5जी लागू होने के बाद मोबाइल टेलीफोनी की दुनिया ही बदल जाएगी. 4जी इंटरनेट की स्पीड जब इतनी शानदार है तो जरा सोचिए 5जी के बाद इंटरनेट की स्पीड क्या होगी. एक अनुमान के मुताबिक 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना ज्यादा है. माना जा रहा है कि 5जी आने के बाद व्यवसाय खुद चलेंगे, ऑटोमेशन बढ़ जाएगा. अभी तक जो चीजें बड़े शहरों तक सीमित है गांवों तक पहुंचेगी जिसमें ई-मेडिसीन शामिल है, शिक्षा का क्षेत्र, कृषि क्षेत्र को जबरदस्त फायदा होगा. 5जी सेवा के लॉन्च होने से डिजिटल क्रांति को नया आयाम मिलेगा. वहीं इंटरनेट ऑफ थिंग्स और औद्योगिक आईओटी और रोबोटिक्स की तकनीक भी आगे बढ़ेगी. इससे देश की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा. ई-गवर्नेंस का विस्तार होगा.

5जी आने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. ई-कॉमर्स, स्वास्थ्य केंद्र, दुकानदार, स्कूल, कॉलेज और यहां तक की किसान भी इसका भरपूर फायदा उठा पाएंगे. कोरोना काल में जिस तरह से इंटरनेट पर सभी की निर्भरता में बढ़ोतरी हुई है. उसको देखते हुए 5जी आने के बाद यह हर व्यक्ति के जीवन को बेहतर और सरल बनाने में मदद करेगा. 5G टेक्नोलॉजी से हेल्थकेयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के लिए नए रास्ते खुलेंगे. ड्राइवरलेस कार की संभावना इसके जरिये पूरी होगी.

क्या है 5जी नेटवर्क
आने वाले समय पांचवी पीढ़ी यानि कि 5जी का है. यह 4जी नेटवर्क के मुकाबले बहुत तेज है.  4जी नेटवर्क पर जहां औसतन इंटरनेट स्पीड 45एमबीपीएस होती है लेकिन 5जी नेटवर्क पर यह स्पीड बढ़कर 1000 एमबीपीएस तक पहुंच जाएगी. जिससे इंटरनेट की दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी. आम जिंदगी में इसका मतलब होगा कि 4जी के मुकाबले 10 से 20 गुना ज्यादा तेज डाटा डाउनलोड स्पीड. एक फिल्म को डाउनलोड करने में 4जी नेटवर्क पर जहां छह मिनट लगते हैं, 5जी नेटवर्क पर उसे डाउनलोड करने में 20 सेकेंड लगेंगे. 5जी नेटवर्क पर मशीनें आपस में बात करेंगी.

सरकार द्वारा गठित एक पैनल की रिपोर्ट के मुताबिक 5जी से 2035 तक भारत में एक लाख करोड़ डॉलर का आर्थिक गतिविधि बढ़ेगा. एरिक्शन ( Ericsion) की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 5जी से 2026 तक 27 अरब डॉलर से अधिक के राजस्व की संभावना है. एरिक्शन की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक 2026 तक दुनिया भर में 3.5 अरब 5जी कनेक्शन होंगे जबकि भारत में इनकी संख्या 35 करोड़ तक पहुंच जाएगी.

किस क्षेत्रों पर पड़ेगा 5जी का असर
वर्क फ्रॉम एनिवेयर: कोरोना के दस्तक देने के बाद अभी भी कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के सुरक्षा के वर्क फ्रॉम होम की सुविधा प्रदान कर रखा है. 5जी टेक्नोलॉजी आने के बाद इस सेवा का विस्तार होगा. हाईब्रिड वर्क कल्चर का विस्तार होगा. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ( AI) की मदद से कई काम ऑटोमेटेड तरीके से किया जाना संभव हो सकेगा. जिससे एम्पलाई दूसरे जरुरी काम पर अपना ध्यान लगा सकेंगे.

टेलीहेल्थ: 5जी सेवा के आने के बाद देश में स्वास्थ्य सेवाओं की डिलिवरी में क्रांतिकारी बदलाव हो सकता है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और 5जी की मदद से मरीजों के डॉयगनौस्टिक और ट्रीटमेंट में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा. रोबोटिक सर्जरी की जा सकेगी. 5जी के आने से टेलीमेडिसिन का विस्तार होगा. एक अध्ययन के मुताबिक टेलीमेडिसिन बाजार 2017 से 2023 के बीच 16.5 फीसदी के दर से विकास करेगा लेकिन 5जी के आने के बाद इसमें और तेजी आएगी. ग्रामीण क्षेत्रों में वीडियो के माध्यम से बड़े डॉक्टर मरीजों से सीधा जुड़कर इलाज कर सकेंगे. इससे सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में भी मदद मिलगी. एंबुलेंस पर मरीज को अस्पताल लाने के दौरान बचाया जा सकता है. जिन डॉक्टर से आप ऑपरेशन करवाना चाहते हैं पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं तो 5जी के जरिये स्पेशलिस्ट डॉक्टर आपका इलाज कर सकेंगे.

रिमोट कंट्रोल कार: 5जी टेक्नोलॉजी के आने के बाद जहां ड्राइवर लेस कार उपलब्ध होगा. आप कहीं भी किसी रेस्ट्रां में बैठकर ड्राइवरलेस कार को बुला सकेंगे.

स्मार्ट सिटी: 5जी के आने के बाद शहर और स्मार्ट बनेंगे. सिटी में ट्रैफिक कंट्रोल करने, शहरों को स्वच्छ के साथ सुरक्षित रखने में 5जी तकनीक मददगार साबित होगा.

क्लाइड-गेमिंग: एयरटेल 5जी इंटरनेट पर देश का पहला क्लाउड-गेमिंग सत्र सफलतापूर्वक आयोजित कर चुका है. गुड़गांव के मानेसर में  गेमिंग सत्र आयोजित किया गया. क्लाउड गेमिंग 5जी के सबसे बड़े उपयोग के मामलों में एक होगा. क्लाउड गेमिंग यूजर को बिना किसी गेमिंग हार्डवेयर में निवेश किये रीयल-टाइम में गेम खेलने का आनंद देगा. एयरटेल ने कहा अनुमानों के अनुसार भारत में इस समय ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या 43.6 करोड़ है और यह आंकड़ा 2022 तक 51 करोड़ हो जाएगा.

एंटरटेनमेंट: 4जी आने के बाद देश में एंटरटेनमेंट की दुनिया ही बदल गई. कंटेट प्रोवाईडर के तौर ओटीटी प्लेटफॉर्म का जन्म हुआ. मल्टीप्लेक्स और सिनेमा हॉल को छोड़कर लोग घर बैठे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्मों से लेकर वेब सीरिज देखने लगे. जरा सोचिए 5जी के आने के बाद एंटरटेनमेंट में कितना बड़ा बदलाव होगा. हाईस्पीड के चलते ऑनलाईन कंटेट के क्षेत्र में बड़ी क्रांति आएगी.

शिक्षा: कोरोना काल के दौरान सबसे ज्यादा असर शिक्षा पर पड़ा है. स्कूल कॉलेज बंद हो गये. ऐसे में ऑनलाइन एजुकेशन के जरिये छात्रों ने शिक्षा ग्रहण किया. इसका श्रेय देश में डिजिटल क्रांति को जाता है. और 5जी तकनीक के आने के बाद तो छात्रों को और बेहतर और आसान तरीके से शिक्षित किया जा सकेगा. जो छात्र शिक्षा से वंचित है उन्हें सस्ती और अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकेगी.

टेलीकॉम कंपनियां 5जी सर्विसेज को लॉन्च करने की तैयारी कर रही हैं. देश में कई स्थानों पर लाईव डेमोस्ट्रेशन किया जा रहा है. स्पेक्ट्रम की निलामी के बाद जल्द ही कर्मशियल रो़लआउट होगा. मोबाइल उपभोक्ताओं के लिये 5जी सेवा जल्द ही उपलब्ध होगी जिसके बाद लोगों के जीने का अंदाज ही बदल जाएगा.

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