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बीकानेर. पुलिस महकमे में अब नफरी की संख्या कम कर जांच अधिकारियों की संख्या बढ़ाई गई है। हाल ही में प्रदेश के सभी थानों को सीआइ स्तर पर क्रमोन्नत किया गया था। अब मुख्यमंत्री बजट घोषणा की पालना में प्रदेशभर में सिपाही के दो हजार पद समाप्त कर इतने ही पद सहायक उप निरीक्षक (एएसआइ) के सृजित किए गए हैं। नव सृजित पदों की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर दी गई है। इस संबंध में अतिरिक्त महानिदेशक (पुनर्गठन एवं नियम) संजीब कुमार नार्जारी ने आदेश जारी किए हैं। रेंज को मिलेंगे 218 एएसआई बीकानेर रेंज में 218 सिपाहियों के पद कम किए गए हैं। इतने ही पद सहायक उप निरीक्षक के सृजित हुए हैं। इनमें बीकानेर में 87, चूरू में 76, श्रीगंगानगर में 23 एवं हनुमानगढ़ में 32 पद हैं। इससे थानों में दर्ज मामलों में जांच को गति मिलेगी। यहां-यहां इतने पद पुलिस आयुक्तालय जयपुर 367, सीकर 4, झुंझुनूं 3, धोलपुर 9, करौली 8, अजमेर, 78, भीलवाड़ा 31, नागौर 78, टोंक 85, उदयपुर 146, बांसवाड़ा 18, चितौड़गढ़ 36, डूंगरपुर 30, राजसमन्द 34, प्रतापगढ़ 21, पुलिस आयुक्तालय जोधपुर 85, जोधपुर ग्रामीण 35, बाड़मेर 87, जैसलमेर 67, जालौर 61, पाली 73, सिरोही 65, कोटा शहर 32, कोटा ग्रामीण 43, बारां 27, झालावाड़ 48, जीआरपी अजमेर 66, जीआरपी जोधपुर 36, सीआइडी सीबी 37 एवं एसीबी में 72 सिपाहियों के पदों को समाप्त कर सहायक उप निरीक्षक के पद सृजित किए हैं। पदोन्नति से बढ़ेंगे पद पुलिस महकमे में सिपाही को हवलदार पद पर पदोन्नति दी जाएगी। इसके बाद हवलदार को सहायक उपनिरीक्षकों के पद पर पदोन्नति मिलेगी। इस तरह से धीरे-धीरे सिपाही के पद कम होते जाएंगे। सिपाही ही पुलिस को आमजन से जोड़ने का बड़ा जरिया है। पुलिस की रीढ़ भी है। सरकार को एएसआइ के पद सृजित करने चाहिए थे, लेकिन सिपाही के पद समाप्त नहीं करने चाहिए। -ओमप्रकाश जोशी, सेवानिवृत आरपीएस एवं वरिष्ठ अधिवक्ता

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