बीकानेर,माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की दसवीं क्लास में शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला के गृह जिले का रिजल्ट काफी फिसड्डी रहा है। साल 2015 के बाद से अब तक के रिजल्ट का एनालिसिस करें तो सबसे कम परिणाम इस बार रहा है, जब सत्रह परसेंट स्टूडेंट्स फेल हो गए। जिले से करीब चालीस हजार स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था।
बीकानेर का रिजल्ट इस बार 82.68 परसेंट रहा है। ऐसे में 17.32 परसेंट स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं। पिछले आठ सालों के रिजल्ट का एनालिसिस करें तो अब से पहले सबसे कम रिजल्ट वर्ष 2018 में 84.38 परसेंट रहा था। इसके बाद अब 82.68 परसेंट रहा है। करीब सात हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स एग्जाम देने के बाद भी पास नहीं हो पाए हैं।
रिजल्ट में एक बार फिर से लड़कियों ने ही बाजी मारी है। बीकानेर में लड़कों का रिजल्ट 80.77 परसेंट रहा, जबकि लड़कियों का 84.95 परसेंट रहा है। फर्स्ट डिविजन आने वालों में भी लड़कियां आगे हैं। जिले की 6 हजार 964 लड़कियां फर्स्ट डिविजन से पास हुई है जबकि 6 हजार 631 लड़के फर्स्ट डिविज आए। सेकंड डिविजन, थर्ड डिविजन में लड़के ज्यादा है, जबकि लड़कियां कम है। कारण साफ है कि लड़कियां फर्स्ट डिविजन ज्यादा आई है।