बीकानेर,सचिवालय थाना क्षेत्र से करीब डेढ़ महीने पहले लूटा गया मोबाइल राजस्थान के बीकानेर के एक राजनेता के पास मिला है। पटना पुलिस से संपर्क होने के बाद राजनेता ने उसे खुद सचिवालय थाने के पते पर मोबाइल भेज दिया।हालांकि अब तक मोबाइल लूटने वाला पकड़ा नहीं गया है। थानाध्यक्ष सीपी गुप्ता ने बताया कि तकनीकी जांच से मालूम हुआ कि लूटे गए मोबाइल का इस्तेमाल राजस्थान के बीकानेर में एक संवैधानिक पद पर बैठे राजनेता कर रहे थे, लेकिन उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी। पटना पुलिस से बातचीत के बाद उन्होंने मोबाइल लौटा दिया, जिसे शिकायतकर्ता को वापस कर दिया गया।
समर्थक ने गिफ्ट किया था मोबाइल
पटना से सचिवालय थाने की पुलिस की काल जाने पर बीकानेर के राजनेता झल्ला गए। उन्हें लगा कि कोई जालसाज परेशान करने की नीयत से काल कर रहा है। इसके बाद उन्होंने बीकानेर के एसएचओ को नंबर देकर बात करने को कहा। राजस्थान पुलिस ने जब उस नंबर पर काल की तो सचिवालय थानाध्यक्ष से बात हुई। हकीकत जानने के बाद राजनेता ने बताया कि उन्हें यह मोबाइल एक समर्थक ने गिफ्ट किया था। उन्होंने समर्थक का नाम भी बताया। पुलिस उससे भी पूछताछ करेगी कि ये हैंडसेट कहां से आया? संभव है कि उसने किसी दुकान से इस मोबाइल को सेकेंड हैंड खरीदा होगा। पुलिस कड़ी दर कड़ी जोड़कर लुटेरे तक पहुंचने की कवायद में जुटी है।
तकनीकी जांच से अब तक मिली 71 सफलताएं
बताया जाता है कि डेढ़ माह पहले विधानसभा के पास मीठापुर के कन्नूलाल साह रोड निवासी व स्टील कारोबारी रंजीत कुमार से मोबाइल लूट की वारदात हुई थी। मोबाइल काफी कीमती था। सचिवालय थाने की पुलिस ने उस मोबाइल के आइएमईआइ नंबर को सर्विलांस पर डाला था, जिससे मालूम हुआ कि उसमें किस सिम का इस्तेमाल हो रहा है। इसके बाद पुलिस ने बीकानेर के राजनेता से संपर्क साधा। थानाध्यक्ष ने बताया कि दो महीने में तकनीकी जांच के माध्यम से 71 मोबाइल बरामद किए गए हैं।