बीकानेर प्रदूषण मुक्ति के लिए पर्यावरण संरक्षण जरूरी।
बंजर धरती करें पुकार।वृक्ष लगाकर करें श्रृंगार।।पर्यावरण है हम सबकी जान, इसलिए करो इसका सम्मान।
*प्रकृति का मत करो शोषण, सब मिलकर बचाओ पर्यावरण।
*पशु-पक्षी हैं धरती की शान, और पेड़ हैं धरती की जान।
*पेड़-पौधे हैं मानव के लिए वरदान, मत करो इनका अपमान।
*हर बच्चे को सिखाओ पर्यावरण की रक्षा का सबक।
पर्यावरण पर है सबका हक।।
पर्यावरण संरक्षण के लिए विश्व पर्यावरण दिवस पर बच्चों ने प्रभात रैली निकाल श्लोगनो तथा केनवास पर चित्र उकेरकर अपनी भावनाओं से दिया पर्यावरण संरक्षण का सन्देश।
मौका था विश्व पर्यावरण दिवस पर सामाजिक कार्यकर्ता भूरमल सोनी एवं मेक्स टू मेक्स इंटरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर सरिता चांडक की ओर से आयोजित सार्वजनिक पार्क में चित्रकला व पोस्टर प्रतियोगिता का।
जिसमें 130 के करीब बच्चों ने चित्रों के जरिये पर्यावरण संरक्षण की भावनाओं को उकेरा। सभी भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं गिफ्ट दिया गया। चुनिंदा दस भागीदारों को शीघ्र ही विशेष पुरस्कार दिया जाएगा। बच्चों ने चित्रों के जरिये पर्यावरण संरक्षण नहीं करने पर भविष्य में होने वाले दुष्प्रभावों को भी उजागर किया। पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त करने व अधिकाधिक संख्या में वृक्षारोपण व संरक्षण का संकल्प लिया। कला शिक्षक भूरमल सोनी ने पार्क में लगे विभिन्न पेड़ पौधौ-पीपल नीम वटवृक्ष खेजड़ी अरडू कनेर सदाबहार तुलसी गुलमोहर तथा विभिन्न पशु पक्षियों का पर्यावरण के लिए महत्व की जानकारी दी। खेजड़ी वृक्ष के लिए बलिदान देने वाली अमृतादेवी विश्नोई के जीवन पर भी प्रकाश डाला। ज़िले में गिरते भूजल स्तर से अवगत करवाकर भविष्य में बूंद बूंद पानी बचाने की जरूरत बताई। पर्यावरण, पेड़ और पानी। जीवन और जिंदगानी।। इन तीनों का धरती पर जीवन से सीधा नाता है अतः आने वाली पीढ़ियां के लिए इनके संरक्षण कोआवश्यक समझना चाहिए।
प्रभात रैली में करूणा स्वामी, महावीर कुमार सहदेव, सुमित पांडिया, नवनीत चांडक ,मदन सोनी, चन्द्रकान्त शर्मा ने सहयोग किया।